भारत
पानी और अचार की पैकिंग के लिए भी प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें
Shantanu Roy
13 Nov 2024 11:40 AM GMT
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Nahan. नाहन। अंतरराष्ट्रीय मेला श्रीरेणुकाजी का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मंगलवार सुबह पहाड़ी समाज पर्यावरणी कवच की टीम से स्नानघाट में मुलाकात हुई। टीम द्वारा प्लास्टिक मुक्त श्रीरेणुकाजी के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने टीम द्वारा तीर्थस्थल से प्लास्टिक एकत्रित करने की प्रशंसा की। साथ ही प्लास्टिक की पानी की बोतलों और अचार को प्लास्टिक डिब्बों में पैक न करने के बारे में भी टीम के सदस्यों को बताया। संगठन के संस्थापक अतुल कौशिक सेवानिवृत्त मेजर जनरल ने प्लास्टिक के अत्याधिक प्रयोग पर गहरी चिंता व्यक्त की। गौर हो कि 11 से 15 नवंबर तक जिला सिरमौर के श्रीरेणुकाजी झील क्षेत्र में आयोजित हो रहे इस मेले में व्यापारियों और श्रद्धालुओं द्वारा प्लास्टिक का अत्याधिक मात्रा में प्रयोग किया जा रहा है। इसको एकत्रित करने के लिए अतुल कौशिक की टीम बहुत सहयोग कर रही है। टीम का नेतृत्त्व कर रहे सुरेंद्र कुमार ने बताया कि श्रद्धालु श्रीरेणुकाजी झील की पवित्रता का कोई ध्यान नहीं रख रहे हैं।
वे भोग पैकिंग की प्लास्टिक की थैलियां, अपने अंदरूनी कपड़े झील के पास इधर-उधर भी फेंक रहे हैं। टीम सदस्यों को इतना अधिक प्लास्टिक और अन्य कचरा को एकत्रित करना अत्यंत मुश्किल हो रहा है। टीम के सदस्यों द्वारा जागरूकता रैली निकालकर व्यापारियों और श्रद्धालुओं को मेला शुरू होने के पहले दिन से ही लगातार जागरूक किया गया कि प्लास्टिक का प्रयोग न करें और उनसे आग्रह किया गया था कि वह पैकिंग वाला प्लास्टिक इधर-उधर न फेंके और इसका निपटान सही जगह करें। पहाड़ी समाज पर्यावरणी कवच के संस्थापक अतुल कौशिक और टीम का नेतृत्त्व कर रहे सुरेंद्र कुमार ने लोगों और व्यापारियों से अपील की है कि वे प्लास्टिक का प्रयोग न करें, क्योंकि यह पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। प्लास्टिक प्रयोग के कारण इसकी सुंदरता को भी दाग लग रहा है। टीम में आशिमा, दीक्षु, निहारिका, प्रीति, सुषमा, मंजना, रितिका, कशिश, संगीता, मनीषा, मोनिका, मनोज, संजय, राकेश ठाकुर व कर्ण शामिल हैं।
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