भारत
Shrikhand Mahadev यात्रा में भोलेनाथ के दर्शनों को भारी संख्या में उमड़ रहे श्रद्धालु
Shantanu Roy
18 July 2024 12:21 PM GMT
![Shrikhand Mahadev यात्रा में भोलेनाथ के दर्शनों को भारी संख्या में उमड़ रहे श्रद्धालु Shrikhand Mahadev यात्रा में भोलेनाथ के दर्शनों को भारी संख्या में उमड़ रहे श्रद्धालु](https://jantaserishta.com/h-upload/2024/07/18/3879867-untitled-63-copy.webp)
x
Nirmand. निरमंड। श्रीखंड महादेव के दर्शनों को चौथे दिन 478 भक्त रवाना किए गए। 14 जुलाई से शुरू हुई श्रीखंड महादेव की आधिकारिक यात्रा के चौथे दिन सायं चार बजे तक 478 यात्रियों का पंजीकरण दर्ज किया गया है। इनमें 458 पुरुष और 20 महिला यात्री शामिल हैं। 478 में से 315 यात्रियों का बेस कैंप सिंहगाड में पंजीकरण किया गया, जबकि 147 यात्रियों ने बुधवार को अपना ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है। हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उतर प्रदेश, जम्मू, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडु इत्यादि राज्य से प्रतिदिन आ रहे सैकड़ों श्रद्धालुगण अपना पंजीकरण करवाकर यात्रा के लिए रवाना हो रहे हैं। श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि यात्रा के दौरान यात्रा पंजीकरण प्रक्रिया प्रात: पांच बजे से शाम नौ बजे तक जारी रहेगी।
बेस कैंप सिंहगाड से सायं पांच बजे के बाद यात्रियों को आगे जाने को लेकर मनाही रहेगी। हर साल प्रशासन व श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट द्वारा यात्रा को लेकर तिथियां तय की जाती हैं, जिस दौरान यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि हर तरह का इंतजाम रास्ते के हर पड़ावों पर रहती है। इस दौरान स्वास्थ्य टीमें, पैरा मेडिकल स्टाफ, पुलिस और होमगार्ड के जवान, रेस्क्यू टीम के अन्य सदस्य यात्रियों की सहायता के लिए यात्रा के पांचों सेक्टरों पर तत्पर रहती है। हालांकि तय तिथि से पहले व यात्रा समाप्ति के बाद किसी भी यात्री को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं रहती है। बावजूद इसके हर साल यात्रा शुरू होने से पहले और बाद में हजारों यात्री श्रीखंड महादेव के दर्शनों पर चोरी छिपे अपनी मर्जी से निकल पड़ते हैं और रास्ते में अनहोनी के शिकार हो जाते हैं। श्रीखंड यात्रा के दौरान रास्ते में आने वाली सारी की सारी श्रीखंड महादेव घाटी प्राकृतिक धरोहर का खजाना है। यहां सैकड़ों किस्म की प्रजाति के फूल उगे रहते हैं, जबकि जड़ी बूटियों और औषधीय पौधों का तो यह पर भंडार मौजूद है।
Next Story