विभाग ने जेम्स पोर्टल पर मांगे टेंडर, बर्फबारी में मिलेगी मदद
शिमला। पीडब्ल्यूडी ने 15 साल पुरानी मशीनरी को ठिकाने लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार से मिले 30 करोड़ के बजट से विभाग इनकी जगह नई जेसीबी और अन्य छोटे वाहन खरीदने की तैयारी में है। पीडब्ल्यूडी में इस समय 264 वाहन निर्धारित 15 साल की अवधि को पूरा कर चुके है और अब इन वाहनों की जगह नई खरीद की तैयारी चल रही है। पीडब्ल्यूडी यह मशीनरी बर्फबारी से पहले अपने बेड़े में शामिल करेगा। इसके एवज में पुरानी मशीनों का इस्तेमाल बंद कर दिया जाएगा।
विभाग नई मशीनों को प्रदेश के अलग-अलग जोन और सर्किल में वितरित करेगा। विभाग जेम पोर्टल के माध्यम से मशीनरी की खरीद कर रहा है। इस क्रम में पीडब्ल्यूडी ने 264 जेसीबी समेत टिप्पर और बोलेरो गाडिय़ों को बदलने के आदेश दिए है। इन्हें मोटर व्हीकल एक्ट में आए बदलाव के तहत हटाया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी ने नए वाहनों की खरीद वेब पोर्टल से करने का फैसला किया है और इसी आधार पर टेंडर बुलाए है। विभाग को वाहन उपलब्ध करवाने वाली कंपनियां ऑनलाइन टेंडर हासिल करने के बाद तत्काल डिलीवरी शुरू कर देंगी।
बर्फबारी के दौरान विभाग को अतिरिक्त मशीनरी की जरूरत पड़ेगी?। इसे देखते हुए विभाग तैयारी कर रहा है। बीते दिनों पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान भी नई मशीनरी खरीदने का फैसला किया गया था। जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विभाग के लिए 30 करोड़ रुपए का बजट प्रदान किया था। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि बर्फबारी से पहले मशीनरी की खरीद करने की तैयारी की गई है। इसके चलते विभाग ने टेंडर प्रक्रिया को ऑनलाइन शुरू कर दिया है। जेम पोर्टल से यह खरीद की जा रही है। विभाग 30 करोड़ से मशीनरी की खरीद करेगा। इन मशीनों से सर्दियों में विभाग को बर्फ हटाने में मदद मिलेगी। जरूरत हुई, तो विभाग निजी ठेकेदारों की जेसीबी भी बर्फ हटाने में लगाएगा। बरसात से निपटने के लिए जो प्रबंध विभाग ने किए थे, ठीक वैसे ही प्रयास अब दोबारा बर्फबारी के दौरान भी किए जाएंगे।