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शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 20 अप्रैल को पालमपुर बस स्टैंड में हुए छात्रा पर हमले के विरोध में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। छात्रों ने पालमपुर में हुई अमानवीय घटना के विरोध में सोमवार को उपायुक्त कार्यालय शिमला के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था, प्रदेश में बढ़ रहे आपराधिक मामले और प्रदेश में बढ़ रहे नशे के कारोबार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। जिला सयोंजक दुशाला संस्टा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल हो गई। सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व महिला सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी गारंटी प्रदेश की महिलाओं को दी थी, परंतु वह सारी झूठी साबित हो रही हंै। उन्होंने कहा कि दिन-दहाड़े एक युवक ने बेखौफ होकर युवती पर तेजधार हथियार से हमला कर के लहूलुहान कर दिया।
इसके कारण उस छात्रा को गहरी चोटें आई तथा आज वह जिंदगी और मौत की लड़ाई पीजीआई में लड़ रही है। प्रदेश सह मंत्री सत्यम ठाकुर ने कहा कि पालमपुर की देवभूमि हिमाचल प्रदेश के लिए अत्यंत कष्टदाई है जो कि पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां पूरा प्रदेश इस घटना से सहम गया है। वहीं, एसपी कांगड़ा द्वारा इस घटना पर दिए गया बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश सह मंत्री सत्यम ठाकुर ने कहा विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इस पर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।
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