भारत

Against Addiction लड़ाई में किया असाधारण प्रतिबद्धता का प्रदर्शन

Shantanu Roy
28 Jun 2024 11:24 AM GMT
Against Addiction लड़ाई में किया असाधारण प्रतिबद्धता का प्रदर्शन
x
Shimla. शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने गुरुवार को राजभवन में आयोजित ‘हिमाचल के प्रहरी’ सम्मान समारोह में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामलों का पता लगाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 18 व्यक्तियों को सम्मानित किया। राजभवन में हिमाचल के प्रहरी’ सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल के इन प्रहरियों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई में असाधारण प्रतिबद्धता और बहादुरी का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं का दुरुपयोग एक गंभीर खतरा है, जो सीमाओं और जनसांख्यिकी से परे है। यह परिवारों को बाधित करता है, सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे में डालता है और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने समुदायों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के अभिशाप से बचाने के लिए सतर्क और सक्रिय होना चाहिए। इस खतरे का मुकाबला करने के प्रयासों के लिए एक ठोस और बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें कानून प्रवर्तन, सामुदायिक जुड़ाव, शिक्षा और पुनर्वास शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के तौर पर उन्होंने अपने 16 माह के कार्यकाल में देवभूमि में नशे के खिलाफ
अपने आपको सक्रिय तौर पर जोड़ा है।
उन्होंने बढ़ते नशे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज गांव-गांव तक नशा पहुंच रहा है और अब लड़कियां तक ड्रग पैडलर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस अधिनियम नशीली दवाओं की तस्करी और दुरुपयोग से निपटने के लिए हमारे शस्त्रागार में एक महत्त्वपूर्ण उपकरण है। इस कानून की प्रभावशीलता न केवल अधिकारियों पर बल्कि जनता की सतर्कता और सहयोग पर भी निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि हम देवभूमि के उन प्रहरियों का सम्मान कर रहे हैं, जिन्होंने अपने नागरिक कत्र्तव्यों से परे जाकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करने में अनुकरणीय साहस और समर्पण दिखाया है। उनके प्रयासों ने न केवल अवैध गतिविधियों का पता लगाने और उन पर अंकुश लगाने में मदद की है, बल्कि नशा मुक्त समाज के महत्त्व के बारे में जागरूकता बनाने में भी मदद की है। उन्होंने कहा कि प्रहरियों की जिम्मेदारी की भावना ने दूसरों के लिए अनुसरण करने के लिए एक मानक स्थापित किया है। इस मौके पर डीजीपी अतुल वर्मा, एडीजीपी अभिषेक त्रिवेदी, एडीजीपी सतवंत अटवाल त्रिवेदी, आईजी बिमल गुप्ता, एसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स अरविंद नेगी, शिमला नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान, उपमहापौर उमा कौशल, राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा तथा राज्यपाल के सचिव का कार्यभार देख रहे सीपी वर्मा तथा पुलिस प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
Next Story