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चंबा। चंबा- भरमौर एनएच पर मंगलवार सवेरे करियां में वन विभाग की चैकपोस्ट के समीप भूस्खलन होने से करीब दस घंटे वाहनों के पहिए थमे रहे। इस दौरान भरमौर एनएच पर दौडऩे वाली सरकारी व निजी बसें भी बीच राह में फंस गईं। और एनएच के दोनों ओर गाडिय़ों की लंबी कतारें लगी रहीं। एनएच के बंद होने के चलते स्कूली बच्चों व सरकारी कर्मचारियों के अलावा लोग जान जोखिम में डालकर मलबे व चट्टानों के ढेर से होकर अपने गंतव्य तक पहुंचे। एनएच प्रबंधन ने कडी मशक्कत के बाद मलबा व चटटान को हटाकर दोपहर साढे तीन बजे दोबारा से वाहनों की आवाजाही को सामान्य बनाया। इसके बाद ही बीच राह में फंसे वाहनों ने गंतव्य की राह पकड़ी। मंगलवार सवेरे करीब साढे पांच बजे करियां में वन विभाग की चैक पोस्ट के पास पहाड का एक बडा हिस्सा भूस्ख्लन की जद में आकर एनएच पर आ गिरा। इससे एनएच पर मलबे व चट्टानों का पहाड़ खड़ा हो गया।
भूस्खलन की जद में आने से एनएच के किनारे स्थापित क्रैश बैरियर को भी नुकसान हुआ। सवेरे एनएच बंद होने के चलते लोग जान जोखिम में डालकर मलबे व चट्टानों के पहाड़ के जरिए आर-पार हुए। इसी बीच भरमौर मार्ग के बंद होने की सूचना एनएच प्रबंधन की टीम जेसीबी मशीन व कंप्रैशर संग मौके पर पहुंच गई। उन्होंने भूस्ख्लन प्रभावित क्षेत्र के एक हिस्से से मलबा व पत्थर हटाकर पैदल आवाजाही को सामान्य बनाया। इसके बाद एनएच से भारी भरकम चटटान व मलबे को हटाने का काम आरंभ किया। करीब दस घंटे की मशक्कत के बाद भरमौर एनएच पर दोबारा वाहनों की आवाजाही को सामान्य बनाने में सफलता हासिल की। उधर, एनएच मंडल चंबा के अधिशासी अभियंता ईं राजीव शर्मा ने बताया कि करियां के पास भूस्खलन होने से यातायात बाधित हुआ था। उन्होंने बताया कि दोपहर बाद एनएच से मलबा व चट्टानें हटाकर वाहनों की आवाजाही को सामान्य बना दिया गया है। बहरहाल, भरमौर एनएच पर मंगलवार को करियां के पास हुए भूस्खलन के चलते दस घंटे वाहनों की आवाजाही ठप्प रही।
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