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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: ओडिशा के विभिन्न जिलों में एक बार फिर आसमानी कहर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में भारी बारिश के दौरान शुक्रवार को वज्रपात की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, साथ ही अन्य पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, राज्य के ढेंकनाल जिले में तुमुसिंगा थाना के अंतर्गत गांव में खेतों में काम कर रहे एक किसान पर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई. वहीं, दूसरे जिले के परजंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत कुआलो गांव में भी बिजली गिरने से एक किसान की मौत की खबर सामने आई है.
इसी प्रकार की घटना केंदुझार जिले के बाहरीपुर गांव से सामने आई है. जहां, भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने से खेतों में काम कर रहे दो किसानों की मौत हो गई है. वहीं, बरगढ़ जिले के पदमपुर क्षेत्र में बारिश के दौरान आसमानी बिजली की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है, साथ ही अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए.
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय (MeT Office) के वैज्ञानिक उमा शंकर दास ने बताया कि ओडिशा में पारादीप और गोपालपुर में केवल दो रडार हैं और राज्य में क्षेत्र-विशिष्ट बिजली और गरज के साथ चेतावनी जारी करने के लिए इस तरह के और उपकरण स्थापित करने की सख्त आवश्यकता है.
आईएमडी के वैज्ञानिक ने कहा कि राज्य सरकार ने संबलपुर और चांदीपुर में रडार लगाने के लिए पहले ही बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा दिया है, लेकिन केंद्र ने हमारी लंबे समय से लंबित मांग को पूरा नहीं किया है. नतीजतन, हम जिलों में केवल बिजली और गरज के साथ आने वाली चेतावनी का प्रसार करने में सक्षम हैं, न कि क्षेत्र-विशिष्ट चेतावनी देने में.
वहीं, भारी बारिश के कारण भद्रक जिले के धामनगर में बिजली गिरने से खेतों में काम कर रहे तीन लोग गंभीर रुप से घायल गए हैं. घायलों का जिले के धामनगर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
बता दें, देश में आंधी और बिजली गिरने से मौत की घटनाएं दर्ज करने में ओडिशा नंबर एक पर है. पिछले साल देश में बिजली गिरने से 213 मौतें हुईं थीं.
jantaserishta.com
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