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क्लोनिंग वॉयस के झांसे में लोगों को फंसा रहे साइबर ठग

Shantanu Roy
24 Sep 2023 10:14 AM GMT
क्लोनिंग वॉयस के झांसे में लोगों को फंसा रहे साइबर ठग
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शिमला। हैल्लो पापा, मेरा फोन खो गया है, हमारा पर्स भी चोरी हो गया है, मैंने किसी और के नंबर से कॉल किया है, मैं आपको नंबर बता रहा हूं, इस पर पैसे भेज दीजिए। अरे पापा जी रुक जाइए, ऐसा नहीं करना है। क्या आपने पैसे भेज दिए, अगर कोई अज्ञात नंबर से आपके नंबर पर आपके बेटा, आपका पति, आपकी पत्नी की आवाज में आपसे पैसे की मांग करता है और ऑनलाइन भेजने की बात कहता है, तो बिलकुल पैसे देने से मना कर दें। अगर आप गलती से भी ऐसी गलती करते हैं, तो आपके खाते से एक पल में सारे पैसे गायब हो सकते हैं। साइबर सैल शिमला में लोगों से साइबर ठगों के झांसे में न आने की अपील की है। साइबर सैल की ओर से ठगों से बचने के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है। जैसे-जैसे इंटरनेट की दुनिया हाइटेक हो रही है, ठीक उसी तरह इस इंटरनेट की दुनिया में साइबर ठग भी हाइटेक तरीके अपनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। साइबर ठग आपकी आवाज से आपको अपने जाल में फंसा रहे हैं। साइबर ठग आपका बेटा या कोई और रिश्तेदार बनकर कॉल करेंगे। इस खेल को अंजाम देने के लिए एक पूरा प्रोसेस होता है।
साइबर अपराधी आपका दोस्त बनकर आपको सीधे कॉल करते हैं। जब आप कॉल करते हैं, तो इस दौरान आपकी आवाज रिकार्ड हो जाती है। जब ये आपको दोस्त कहकर कॉल करते हैं, तो महज तीन सेकेंड में आपकी आवाज रिकार्ड कर लेते हैं और एआई की मदद से कई मैसेज तैयार कर लेते हैं। साइबर ठगों का सारा खेल यहीं से शुरू होता है। उदाहरण के तौर पर शातिर कुछ इस तरह से मम्मी क्रेडिट घर पर रह गया है, आप क्रेडिट कार्ड का डिटेल्स भेजिए। मां को यकीन हो जाएगा और अब इससे मां को लगेगा कि उनके बेटे ने फोन किया है, इसलिए जल्द से सारी जानकारी शेयर कर देते हैं, लेकिन ऐसा करने से क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग होना शुरू हो जाएंगी, आपके कार्ड से पैसे निकाल लिए जाएंगे। साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए कई तरह के वॉयस मैसेज तैयार कर लिए हैं। उधर, एसपी साईबर क्राईम रोहित मालपानी का कहना है कि अगर कोई अपने पर्सनल नंबर से आपको कॉल करे, तो ही उस पर विश्वास करें। साइबर ठगों के जाल में फंसे लोग क्लोनिंग वॉयस यानी आपकी आवाज और डुप्लीकेट आवाज को नहीं पहचान पाते हैं और शातिरों के झांसे में फंस जाते हैं।
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