भ्रष्टाचार का मामला: IAS अधिकारियों की लड़ाई में गृह मंत्री की हुई एंट्री
हरियाणा। दो सीनियर IAS अधिकारियों की लड़ाई में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की एंट्री हो गई है. गृह मंत्री ने एक का पक्ष लेते हुए दूसरे अधिकारी के खिलाफ खुद शिकायत दर्ज कराई है. मामला IAS अधिकारी अशोक खेमका और संजीव वर्मा से जुड़ा हुआ है. दरअसल, हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी के खिलाफ हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक शिकायत पंचकूला पुलिस को दी थी. इस पर मामला दर्ज ना किए जाने के बाद मंगलवार को हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज पंचकूला के डीसीपी कार्यालय पहुंचे. उनके साथ अशोक खेमका भी थे. विज ने पंचकूला के डीसीपी मोहित हांडा को शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करने के आदेश दिए.
बता दें कि हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी संजीव वर्मा ने कुछ दिन पहले अशोक खेमका के खिलाफ पंचकूला पुलिस को शिकायत देकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद हरियाणा के चर्चित आईएएस ऑफिसर अशोक खेमका ने भी हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी संजीव वर्मा के खिलाफ पंचकूला पुलिस के डीसीपी मोहित हांडा को शिकायत दी थी. दोनों आईएएस अधिकारियों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतों का दौर शुरू हो गया था.
संजीव वर्मा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि साल 2010 में हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी के पद पर रहते हुए प्रथम श्रेणी के 2 अधिकारियों को गलत ढंग से पैसे लेकर नियुक्ति दी थी. दोनों अधिकारी मैनेजर रैंक के हैं. इसके बाद खेमका ने भी संजीव वर्मा के खिलाफ शिकायत की थी. कार्रवाई ना होने पर खेमका ने इसकी जानकारी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को दी.
शिकायत दर्ज कराने पहुंचे गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि अशोक खेमका की शिकायत पर दिशा-निर्देश दिए गए हैं. शिकायत पर मामला दर्ज करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि अशोक खेमका ने मुझे संदेश भेजा था कि मैंने एक शिकायत दर्ज करवाई है और उस पर मामला दर्ज नहीं किया जा रहा. अनिल विज ने कहा कि यहां आम आदमी की एफआईआर दर्ज की जाती है और आईएएस अधिकारी की एफआईआर दर्ज ना हो ऐसा नहीं हो सकता.