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Ghumarwin. घुमारवीं। टेंडरों को रद्द करने की मांग को लेकर भाजपा से ताल्लुक रखने वाले ठेकेदारों का गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा। सोमवार को ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग कार्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ठेकेदारों ने जमकर नारेबाजी कर टेंडरों को रद्द करने की मांग की। ठेकेदारों का यह प्रदर्शन काफी देर तक चलता रहा। बाद में विभाग के अधिकारियों द्वारा टेंडर रद्द करने की लिखित प्रति दिखाने के बाद ठेकेदार शांत हुए तथा उन्होंने अपना धरना प्रदर्शन बंद किया। ठेकेदारों में नवीन शर्मा, अंजीव चंदेल, संदीप चंदेल, अनीष, नवीन भारद्वाज, नूतन चौहान, मुकेश राव, गोल्डी, नेगी, सतीस रिंकू, सुरेश, सुभाष, सुधीर, अनिल, चैन सिंह, कुशल, नितिन, शुभम व अजय सहित अन्य ने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग में उनके साथ पक्षपात किया जा रहा है। उन्हें काम नहीं दिया जा रहा है। भाई भतीजावाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। जबकि विभाग को ऐसा नही करना चाहिए। ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए टेंडरों में अनियमितता बरती गई है, जिससे उन्हें नुकसान हुआ है।
उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने का आरोप लगाते हुए इन टेंडरों को रद्द करने की मांग की। प्रदर्शनकारी ठेकेदारों का कहना है कि विभाग ने अपने चहेते ठेकेदारों को ही लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से टेंडर प्रक्रिया में धांधली की है, जिससे वे अपने काम के अधिकार से वंचित हो गए हैं। ठेकेदारों ने मांग की कि सभी टेंडरों को रद्द करके पुन: टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाए। ताकि उन्हें भी काम करने का अवसर मिल सके। बताते चलें कि लोक निर्माण विभाग घुमारवीं में भाजपा से ताल्लुक रखने वाले ठेकेदारों ने टेंडर प्रक्रिया में उनसे भेदभाव का आरोप लगाया था। इन टेंडरों को रद्द करके दोबारा टेंडर लगाने की मांग को लेकर ठेकेदारों ने इससे पहले बीते गुरुवार व शुक्रवार को भी प्रदर्शन किया था। सोमवार सुबह ही सभी ठेकेदार लोक निर्माण विभाग के आफिस के प्रांगण में इक_ा हो गए और मेन गेट पर बैठ कर नारेबाजी करने लग गए। ठेकेदार इन टेंडरों को रद्द करने की मांग पर अड़े रहे। बाद में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने टेंडर रद्द करने की कॉपी दिखाई, जिसके बाद ठेकेदार शांत हुए तथा उन्होंने धरना प्रदर्शन बंद किया।
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