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सीएम सुक्खू ने पेश की इंसानियत की मिसाल

Shantanu Roy
16 Sep 2023 9:55 AM GMT
सीएम सुक्खू ने पेश की इंसानियत की मिसाल
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शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरे देश के समक्ष इंसानियत की एक मिसाल पेश की है। सीएम ने भारी बारिश एवं भूस्खलन से आई आपदा से जूझ रहे हिमाचल के लिए अपनी समस्त जमापूंजी आपदा राहत कोष-2023 में दान कर दी है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास ओक ओवर में अपनी धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर की उपस्थिति में अपनी व्यक्तिगत जमा पूंजी 51 लाख रुपए का चेक मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को सौंपा। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू संभवतया देश के ऐसे पहले सीएम बन गए हैं, जिन्होंने पद पर रहते हुए अपनी निजी जमा पूंजी सरकार को आपदा से निपटने के लिए दान में दी है।
इस अवसर पर सीएम ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि आपदा की इस घड़ी में समाज का हर वर्ग बढ़-चढ़कर अंशदान कर रहा है। बच्चों ने अपनी गुल्लक तोड़कर तो कर्मचारियों ने अपने वेतन और बुजुर्गों ने पैंशन से अपने सामर्थ्य अनुसार आपदा राहत कोष में दान दिया है। इसे देखकर उनके मन में भी विचार आया कि उन्हें भी अपनी निजी जमापूंजी से धन आपदा में दान देना चाहिए और ऐसे में अपने 3 बैंकों खातों से सारे पैसे निकालकर आज 51 लाख रुपए दान कर दिए हैं। सूचना के अनुसार अब मुख्यमंत्री के खातों में महज 17 हजार की राशि शेष रह गई है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, सीएम के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, ओएसडी रितेश कपरेट सहित अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।
यह पहला मौका नहीं है जब सीएम ने सामाजिक सरोकार को अधिमान देते हुए धन दान किया है। इससे पहले भी कोरोना काल में विधायक के तौर पर उन्होंने 1 साल का वेतन और अपनी एफडीआर तोड़कर भी 11 लाख रुपए की धनराशि राज्य सरकार को महामारी से लड़ने के लिए दान में दी थी। इसके साथ ही कोराना काल में उन्होंने अपनी विधायक निधि से 31 लाख की एक मशीन हमीरपुर जिला के एक अस्पताल को दी थी। सीएम ने आपदाग्रस्त लोगों की मदद के लिए अपने तीनों बैंक खाते खाली कर दिए। सीएम के इस कदम ही हर जगह सराहना हो रही है। उन्होंने ऐसा कर देश और प्रदेश के सभी नेताओं के लिए भी एक मिसाल पेश की है। देखा जाए तो प्रदेश में कई विधायक करोड़पति है और माना जा रहा है कि सीएम के कदम के बाद नेता व अन्य लोग भी आपदा राहत कोष में हर संभव सहयोग को आगे आएंगे।
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