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CM ने जारी किए बिलासपुर के नए अभियान को धरातल पर उतारने के निर्देश
Shantanu Roy
6 Dec 2024 10:58 AM GMT
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Bilaspur. बिलासपुर। बिलासपुर में स्थापित राज्य की पहली डिजिटल लाइब्रेरी का मॉडल अब पूरी स्टेट में लागू होगा। इसके साथ ही घुमारवीं में स्थापित की गई प्रदेश की पहली स्पेस लैब के मॉडल को भी सभी जिलों में धरातल पर उतारने की तैयारी है। पिछले दिनों शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मौजूदगी में आयोजित स्कूल प्रिंसीपल बैठक में बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक द्वारा दी गई प्रेजेंटेशन के बाद यह निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर के मॉडल को पूरी स्टेट में लागू करने के लिए हरी झंडी दे दी है। बिलासपुर शहर के रौड़ा सेक्टर में स्थापित जिला पुस्तकालय को राज्य के पहले डिजिटल पुस्तकालय के रूप में विकसित किया गया है। छात्रों को पढ़ाई के लिए एक उपयुक्त वातावरण उपलब्ध करवाने के साथ ही ऑनलाइन व ऑफलाइन पुस्तकों की व्यवस्था की गई है।
पुस्तकालय को पूरी तरह से हाईटैक बनाया गया है। पिछले दिनों शिमला में हुई प्रिंसीपल बैठक में बिलासपुर के उपायुक्त ने आधे पौने घंटे की प्रेजेंटेशन दी है जिसमें डिजिटल लाइब्रेरी व घुमारवीं की स्पेस लैब को लेकर विस्तृत रूप से मुख्यमंत्री के समक्ष जानकारी रखी गई। इसके साथ ही घुमारवीं के ब्वायज स्कूल में शुरू की गई प्रदेश की पहली स्पेस लैब का भी जिक्र हुआ जिसमें बच्चों के लिए दी जा रही सहूलियतों पर जानकारी दी गई। इसके अलावा स्पेस लैब को भी प्रदेश में लागू किया जाएगा। इस लैब को अब राज्य के विभिन्न विद्यालयों और कालेजों में विज्ञान और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाएगा। डिजिटल लाइब्रेरी के लिए 89 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक के अनुसार बिलासपुर जिला में एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम की शुरुआत भी की गई है जिसका उद्देश्य छात्रों को प्रेक्टिकल और इंटरेक्टिव तरीकों से शिक्षा देना है। इस योजना के तहत सभी अधिकारी एक-एक स्कूल गोद ले रहे हैं। उपायुक्त के अनुसार उन्होंने ब्वायज स्कूल बिलासपुर को गोद लिया है और एक बार स्कूल का विजिट कर चुके हैं।
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