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Rajgarh में नागरिक अभिनंदन समारोह का किया आयोजन

Shantanu Roy
2 Sep 2024 11:59 AM GMT
Rajgarh में नागरिक अभिनंदन समारोह का किया आयोजन
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Rajgarh. राजगढ़। सामाजिक समरसता मंच राजगढ़ द्वारा अपने उत्कृष्ट कार्यों से राजगढ़ क्षेत्र का नाम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वाली विभूतियों के सम्मान में रविवार को राजगढ़ में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इन विभूतियों में पद्मश्री डा. जगत राम, पद्मश्री विद्यानंद सरैक, संगीत कला अकादमी पुरस्कार से सम्मानित पंडित कृष्ण लाल सहगल तथा एशिया बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड से सम्मानित जोगिंद्र हाब्बी शामिल रहे। सभी विभूतियों का राजगढ़ पहुंचने पर पारंपरिक वाद्य यंत्रों से स्वागत किया गया। मंच के अध्यक्ष अरविंद राय बंटी, जय प्रकाश चौहान, सुभाष ठाकुर व मुख्य सलाहकार वेद प्रकाश ठाकुर ने विभूतियों का स्वागत करते हुए कहा कि इन सभी ने राजगढ़ क्षेत्र का नाम प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोशन किया है और ऐसी विभूतियों को सम्मानित करके हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। सभी को टोपी, शॉल व स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित किया गया। चारों विभूतियों ने कहा कि उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिले हैं, लेकिन अपने लोगों द्वारा सम्मानित किया जाना बहुत बड़ा सम्मान है। पद्मश्री डा. जगत राम ने अपने जीवन के कठिन समय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भारी आर्थिक तंगी के बाद किस तरह अपनी प्रारंभिक शिक्षा व पीजीआई चंडीगढ़
तक का सफर तय किया।
उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अपने पिता व अध्यापकों को श्रेय दिया। पद्मश्री विद्यानंद सरैक ने अपने संबोधन में सिरमौर जिले की सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला व यहां की समृद्ध लोक संस्कृति एवं रीति-रिवाजों व देव परंपराओं के संरक्षण एवं संवद्र्धन एवं संरक्षण की अपील आम लोगों से की। उन्होंने जिला सिरमौर के इतिहास से भी अवगत करवाया, और बताया कि उनकी पढ़ाई छूट गई थी, लेकिन मन में पढ़ाई की लो हमेशा जलती रही। अपनी रोजी-रोटी कमाते हुए कठिन परिश्रम द्वारा उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, साथियों और स्व. वैद्य सूरत सिंह द्वारा स्थापित हाब्बन कला संघ को दिया। इसी संघ के कारण उनका भाग्य उदय हो पाया। उन्होंने कहा कि आपस में एक-दूसरे के प्रति प्यार बांटना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। प्रसिद्ध कलाकार डा. जोगिंद्र हाब्बी ने कहा कि कोई भी सम्मान सार्थक नहीं होता जब तक स्थानीय जनसमूह महत्त्व न दे। उन्होंने कहा कि इस सम्मान से उन्हें और अधिक बल मिला है और उनका दल भविष्य में नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि जिसने जीवन में संघर्ष नहीं किया वह सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह की मांग पर डा. कृष्ण लाल सहगल ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सभी को भाव-विभोर किया। कार्यक्रम के दौरान रविंद्र वर्मा, देवेंद्र ठाकुर, सुशील भृगु, रमेश धीमान, परस राम गालिब आदि ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
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