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टीएमसी। ‘तारीफ अपनी करना फिजूल है, खुशबू खुद बता देती है कौन सा फूल है’ पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल के प्रबंधक सुरेंद्र पाल भी एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने आर्टिस्टों को तराशने की जिद्द को अपना सपना बनाया है। एक सपना लेकर साल 2000 से बच्चों को तराशना शुरू किया और 2016 में पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल घुरकड़ी को स्थापित किया। आज इस स्कूल से सैकड़ों युवा प्रशिक्षित होकर कामयाब हो रहे हैं। मंगलवार को पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल द्वारा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 15 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र दिए गए। इस कार्यक्रम की मुख्यातिथि रहीं ओशिन शर्मा लाडली फाउंडेशन हिमाचल की ब्रांड एंबेसडर जो कि हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं और वर्तमान में राजस्व विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर व तहसीलदार संधोल मंडी जिला के पद पर सेवाएं दे रही हैं।
साथ ही उनके साथ हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध गायक कुमार साहिल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। ओशिन शर्मा ने अपने संबोधन में सभी प्रशिक्षुओं को संबोधित करके प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जीवन में हमें एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसे पाने के लिए अथक प्रयास करने चाहिए। उन्होंने सभी महिला प्रशिक्षुओं का विशेष धन्यवाद किया और उन्हें स्वावलंबित जीवन जीने के लिए प्रेरित भी किया। वहीं, कुमार साहिल ने कहा कि निरंतर परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। समारोह में संस्थान द्वारा प्रशिक्षित मॉडल्स की रैंपवॉक प्रतियोगिता भी करवाई गई, जिसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे आर्टिस्ट और मॉडल्स को पुरस्कार भी दिए गए। प्रथम स्थान पर अंकित वर्मा, द्वितीय स्थान पर पीहू और तृतीय स्थान पर शिवानी रही। अंत में पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल के मुख्य प्रबंधक सुरेंद्र पाल ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि पैराडाइज ट्रेनिंग स्कूल सैकड़ों युवाओं को प्रशिक्षित कर चुका है । उन्होंने कार्यक्रम को हर वर्ष जारी रखने का आश्वासन भीदिया।
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