एक-एक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी मोदी सरकार : अमित शाह
कश्मीर। जम्मू कश्मीर में आए दिन टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ी हैं. आतंकी वारदात, आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में पिछले कुछ दिनों में इजाफा हुआ है. इसके बाद आतंक को लेकर गृह मंत्रालय एक्शन मोड में आ गया है. गृह मंत्री अमित शाह भी जम्मू कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने को लेकर अब एक्टिव मोड में आ गए हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने 9 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जम्मू कश्मीर इकाई के नेताओं के साथ बैठक की. गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक के दौरान साफ कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के कानून का पालन करने वाले हर एक नागरिक की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. अमित शाह ने कहा कि हम जम्मू कश्मीर में आतंक को जड़ से कुचल देंगे और ये सुनिश्चित करेंगे कि लोग शांति से रहें. जम्मू कश्मीर बीजेपी कोर ग्रुप के साथ बैठक में अमित शाह ने राजौरी और पुंछ में आतंकी घटनाओं को लेकर भी चर्चा हुई. गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर बीजेपी के नेताओं के साथ केंद्र शासित प्रदेश के राजनीतिक हालात पर भी विस्तार से चर्चा की.
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक में केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा के साथ ही राजनीतिक हालात पर विस्तार से चर्चा की. गौरतलब है कि अमित शाह ने जम्मू कश्मीर बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक में सख्त रुख का संकेत ऐसे समय में दिया है जब गृह मंत्रालय ने इसे लेकर ताबड़तोड़ एक्शन लिए हैं. गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने हाल ही में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट और लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन टीआरएफ को बैन कर दिया था. गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा के अरबाज अहमद मीर, इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर के अबू उस्मान अली कश्मीरी उर्फ एजाज अहमद और लश्कर कमांडर मोहम्मद अमीन उर्फ अबू खुबैब को भी यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया था.
गृह मंत्रालय ने जिन दोनों प्रॉक्सी संगठनों को बैन किया था, उनके नाम आम नागरिकों की टारगेट किलिंग की घटनाओं में भी सामने आए थे. टीआरएफ ने बैन लगने के बाद कश्मीरी पंडितों के नाम जारी कर जान से मारने की धमकी दी थी.