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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और सुरक्षा बलों के साथ उनका एनकाउंटर (Encounter) लगातार किया जा रहा है. शोपियां में आज शनिवार को हुए एनकाउंटर में 2 जवान शहीद हो गए जबकि एक आतंकी भी मार गिराया गया. इस बीच केंद्र शासित प्रदेश के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास बारूदी सुरंग में विस्फोट (Landmine blast) होने से 12 साल की एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
अधिकारियों ने कहा कि जमीला बी नामक एक बच्ची जब शुक्रवार की शाम अपनी बकरियों को चराने के बाद घर लौट रही थी, तभी शाहपुर सेक्टर में सोकुद-बग्याल धारा गांव के पास गलती से एक बारूदी सुरंग पर उसने कदम रख दिया. अधिकारियों के मुताबिक बारूदी सुरंग के विस्फोट में वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे तुरंत पास के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया. उसे वहां प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में विशेष उपचार के लिए पुंछ जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
गौरतलब है कि सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बारूदी सुरंगें बिछाई जाती हैं जो कभी-कभी बारिश से बह जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऐसी दुर्घटनाएं होती हैं.
दूसरी ओर, दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में आज शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया. एनकाउंटर में दो जवान भी शहीद हो गए जबकि एक आतंकी को मार गिराया गया है. इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. कश्मीर जोन पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जैनापोरा इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी मिली और इसके बाद क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया गया. इस बीच आतंकियों की ओर से सुरक्षाबलों पर भारी फायरिंग शुरू कर दी गई और इस जबावी कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया. हालांकि 2 जवान भी शहीद हो गए.
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल शुक्रवार को नई दिल्ली में जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. बैठक में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू और कश्मीर प्रशासन तथा सेना समेत भारत सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.
अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की जमकर सराहना की. पिछले कुछ सालों में जम्मू और कश्मीर में आतंकी वारदातों में कमी आई है. 2018 में आतंकी घटनाएं 417 से घटकर 2021 में 229 तक आ गई हैं, जबकि सुरक्षाबलों के शहीद हुए कर्मियों की संख्या 2018 में 91 से कम होकर 2021 में 42 हो गई है.
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