
शिमला। सडक़ मार्ग पर मरीजों को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस को रास्ता न देने वाले वाहन पर भी परिवहन विभाग की नजर रहेगी। सडक़ मार्ग पर रास्ता होने के बावजूद एंबुलेंस को रास्ता न देने वाले पर परिवहन विभाग शिकंजा कसेगा। विभाग द्वारा की एक स्टडी के अनुसार देखा गया है कि पर्यटन सीजन व अन्य शहर व जिलों में अन्य बड़े कार्यक्रमों के दौरान राजधानी शिमला सहित प्रदेश भर में मरीजों को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस को सडक़ पर रास्ता नहीं मिल पाता है। वहीं कुछ वाहन चालक जगह होने के बावजूद एंबुलेंस को रास्ता नहीं देते हैं। ऐसे में एंबुलेंस को अस्पताल पहुंचने में भी देरी होती है, जिससे मरीज की जान को खतरा भी बना हुआ होता है।
ऐसे में विभाग ने प्राथमिक चरण में प्रदेश के वाहन चालकों, टैक्सी चालकों, बस व ट्रक चालकों से अपील की है कि वह मानवीयता को देखते हुए सडक़ मार्ग मरीज को ले जा रही या फिर मरीज को लेने जा रही एंबुलेंस को प्राथमिकता के अधार पर रास्ता दें, ताकि मरीज समय से अस्पताल पहुंच सके। यदि विभाग को यह पाया जाता है कि सडक़ पर एंबुलेंस को जानबूझ कर रास्ता नहीं दिया गया है, तो विभाग ऐसे में वाहन चालक पर कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है। परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप का कहना है कि अकसर देखा गया है कि त्योहारी सीजन हो या फिर पर्यटन सीजन हो, सडक़ पर वाहनों की आवाजाही अधिक बढ़ जाती है, लेकिन इस बीच सबसे अधिक परेशानी अस्पताल जाने वालीं एंबुलेंस को होती है, जिनमें मरीज अस्पताल जा रहे होते हैं और कुछ वाहन चालक जगह होने के बावजूद एंबुलेंस को रास्ता नहीं देेते हैं। ऐसे में वाहन चालकों से अपील है कि वे एंबुलेंस को प्राथमिकता के साथ रास्ता दें, ताकि मरीज समय से अस्पताल पहुंचे सके। यदि वाहन चालक ऐसा नहीं करते हैं, तो विभाग सख्ती भी करेगा।
