![Jogindernagar में पीलिए पर प्रशासन अलर्ट Jogindernagar में पीलिए पर प्रशासन अलर्ट](https://jantaserishta.com/h-upload/2024/08/04/3923442-untitled-7-copy.webp)
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Jogindernagar. जोगिंद्रनगर। जोगिंद्रनगर में कहर बरपा रहे पीलिया और इसे रोकने में नाकाम प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को जिला उपायुक्त मंडी ने कड़े आदेश जारी किए हैं। पीलिया से उपमंडल में तीसरे युवा की मौत होने के बाद शनिवार को जिला उपायुक्त मंडी अर्पूव देवगन को भी जोगिंद्रनगर पहुंचना और उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेते हुए कड़े निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर में सामने आए जल जनित रोगों के मामलों की जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन के तौर पर इनकी कड़ी निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों के आपसी समन्वय के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य करते हुए ठोस कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए जहां जल शक्ति विभाग के उच्चाधिकारियों के माध्यम से सभी पेयजल स्त्रोतों की नियमित अंतराल बाद गुणवत्ता की जांच की जा रही है, तो वहीं खंड चिकित्साधिकारियों एवं खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर जहां पेयजल स्त्रोतों की साफ. सफ ाई की जा रही है, तो वहीं लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि जल शक्ति विभाग पेयजल स्त्रोतों की नियमित अंतराल के बाद पूरी जांच पड़ताल एवं क्लोरिनेशन करने के उपरांत ही लोगों को पेयजल की सप्लाई उपलब्ध करवा रहा है। सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर में जल जनित रोगों से पीडि़त मरीजों का उपचार किया जा रहा है तथा मरीजों की सुविधा के लिए तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में हेपेटाइटिस ए (पीलिया) बीमारी से जुड़े उपचार के लिये पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं। अपूर्व देवगन ने बताया कि जोगिंद्रनगर में जल जनित रोगों की प्रशासन द्वारा की जा रही नियमित निगरानी के उपरान्त पीलिया से जुड़े मामलों में कमी पाई जा रही है। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर में जल जनित रोगों से जुड़े कुल 202 मामले दर्ज हुए हैं। जिनमें अस्पताल में दाखिल हुए 120 लोग स्वस्थ होकर घरों को जा चुके हैं जबकि 51 मामलों में इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा शेष लोगों को ओपीडी के माध्यम से ही उपचार उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पीलिया बीमारी के चलते दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि भी हुई हैए, जबकि एक अन्य मामले में अन्य कारण सामने आए हैं। उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया है कि पीलिया बीमारी से जुड़ा कोई भी लक्षण सामने आता है तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर इसकी जांच करवाएं। उन्होंने लोगों से अपने स्तर पर ही उपचार करने एवं झाड़-फूंक वालों से भी दूर रहने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्त मानसून मौसम को देखते हुए लोगों से उबाल कर पानी को प्रयोग में लाने का भी आग्रह किया है। उपायुक्त ने जोगिंद्रनगर शहरी क्षेत्र में नगर परिषद व जल शक्ति विभाग को मिलकर पानी की सैंपलिंग करने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने जलशक्ति विभाग को शहरी क्षेत्र में पेयजल पाइपलाइन नेटवर्क में लीकेज की समस्या को भी चैक करने के निर्देश दिए। साथ ही नगर परिषद को सीवरेज सिस्टम से बाहर घरों को भी तुरंत जोडऩे को कहा तथा इस संबंध में जल्द रिपोर्ट उन्हे देने के भी निर्देश दिए।
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