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बड़सर। सडक़ किनारे फैल रही गंदगी की समस्या को रोकने के लिए ग्राम पंचायत बल्याह द्वारा लगाया गया चेतावनी बोर्ड मात्र सफेद हाथी साबित हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर चेतावनी बोर्ड लगा है उसी स्थान के अगल-बगल में क्विंटल के हिसाब से कूड़ा-कचरा बिखरा पड़ा है। गारली चौक से इस स्थान की दूरी महज कुछ 100 मीटर ही है। उपमंडल मुख्यालय होने के बावजूद सडक़ किनारे फैली गंदगी पिछले कई वर्षों से पर्यावरण के धज्जियां उड़ा रही हैं। बता दें कि उपमंडल मुख्यालय में प्रशासन अभी तक कूड़े-कचरे की समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं बना पाया है। ऐसे में लोग जहां-तहां अपनी सुविधा अनुसार रात के अंधेरे या सुबह से पहले बोरियों में भरकर कूड़ा-कचरा सडक़ किनारे फंेक जाते हैं।
हैरानी की बात है कि प्रशासन व संबंधित पंचायती मात्र चेतावनी बोर्ड लगाकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री समझ चुकी हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के मुताबिक सडक़ किनारे कूड़ा-कचरा फेंकना या उसे आग के जरिए नष्ट करना कानूनी अपराध है, लेकिन उपमंडल बड़सर में एनजीटी के आदेशों की सरेआम उल्लंघना जारी है। हरे-भरे वातावरण को लगातार दूषित किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मैहरे बाजार में प्रवेश करते ही सबसे पहले स्वागत सडक़ किनारे फैले कूड़े-कचरे से होता है। इस संदर्भ में पंचायत प्रधान बल्याह पंचायत बलवीर जसवाल का कहना है कि लोग रात के अंधेरे और अल सुबह यहां कचरा फेंक जाते हैं। इसलिए अभी तक किसी को जुर्माना भी नहीं किया जा सका। अब पंचायत द्वारा बजट का प्रावधान किया जा रहा है, जिसके बाद यहां कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
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