पूरी दुनिया कोरोना संकट के बुरे दौर को याद करते हुए आगे बेहतरी की उम्मीद के साथ 2021 में प्रवेश कर रही है, लेकिन पाकिस्तान इस मौके पर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. नए साल के पहले ही दिन पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दिया. पाकिस्तान की तरफ से बिना उकसावे की गई फायरिंग में एक भारतीय जवान शहीद हो गया. मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान सेना ने शुक्रवार को नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन का सहारा लिया. भारतीय जवानों दुश्मन की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया. इस घटना में नायब सूबेदार रविंदर गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया.
सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि नायब सूबेदार रविंदर एक बहादुर, बहुत ही प्रेरित करने वाले और एक ईमानदार सैनिक थे. उनके सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए राष्ट्र हमेशा उनका ऋणी रहेगा.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से एलओसी पर झड़प और पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया. तब से दिसंबर 2020 तक के 17 महीने में सीजफायर उल्लंघन की जितनी घटनाएं हुईं वो पिछले दो साल में हुई कुल ऐसी घटनाओं का 80 फीसदी हैं. बीते साल 3,168 सीजफायर उल्लंघन हुए जिनमें से 1,551 घटनाएं अगस्त से 2019 के आखिर तक हुईं. जहां तक मौजूदा साल 2020 का सवाल है तो इसमें सीजफायर उल्लंघन 4,700 तक पहुंच गए. ये बीते 17 साल में सबसे ऊंचा आंकड़ा है.