हरियाणा के चरखी दादरी जिले के कॉलेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन महिला की डिलिवरी के दौरान मौत हो गई. मृतका के परिजनों का आरोप है कि सुबह 11 बजे पेट में बच्चे की मौत हो गई और अस्पताल संचालिका उन्हें जच्चा को बचाने का तर्क देती रही. शाम सवा पांच बजे महिला की भी मौत हो गई. मृतका के पति ने पुलिस को दी शिकायत में अस्पताल संचालिका पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. पुलिस ने इसके आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस को दी शिकायत में वार्ड-19 निवासी शम्मी ने बताया कि उसकी पत्नी रुक्साना (23) गर्भवती थी और गर्भावस्था के नौ माह पूरे हो चुके थे. पत्नी को दर्द होने पर उसे उपचार के लिए कॉलेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवा दिया. वहां महिला चिकित्सक ने जांच के बाद सुबह डिलिवरी का समय दिया.
अस्पताल प्रबंधन के उदासीन रवैये के चलते पहले बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की पेट में मौत होने के छह घंटे बाद अस्पताल संचालिका ने जच्चा को भिवानी ले जाने की बात कही. वहां से परिजन उसे एक अन्य निजी अस्पताल में ले गए जहां महिला को भी मृत घोषित कर दिया गय. महिला के पति के सूचना देने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची.
पुलिस के समक्ष महिला के पति निजी अस्पताल संचालिका पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए. पुलिस ने शम्मी की शिकायत पर अस्पताल संचालिका के खिलाफ लापरवाही बरतने संबंधी केस दर्ज कर आरोपों की जांच शुरू कर दी है. सिटी थाना प्रभारी बीर सिंह ने बताया कि परिजनों ने शिकायत दी है जिसमें निजी अस्पताल की एक महिला चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए हमने लापरवाही बरतने का केस दर्ज कर आरोपों की जांच शुरू कर दी है. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसी अनुरूप अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.