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5 राज्यों मे शान्तिपून ढ़ग से चुनाव सम्पन करने हेतु तैनात करायी जाएगी 250 सुरक्षाबल

Khushboo Dhruw
20 Feb 2021 5:25 PM GMT
5 राज्यों मे शान्तिपून ढ़ग से चुनाव सम्पन करने हेतु तैनात करायी जाएगी 250 सुरक्षाबल
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चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के कम-से-कम 25,000 जवान तैनात किए जाएंगे।

चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के कम-से-कम 25,000 जवान तैनात किए जाएंगे। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि गृह मंत्रालय ने विधानसभा चुनाव में सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, सीआइएसएफ और एसएसबी की 250 कंपनियों को तैनात करने का निर्देश दिया है। 75 कंपनियों को स्टैंडबाई मोड में रखा जाएगा और जिस राज्य में उनकी जरूरत होगी, वहां उन्हें तैनात किया जाएगा। बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।

शनिवार को बंगाल पहुंची सीएपीएफ की 12 कंपनियां
इस बीच, बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही शनिवार को सीएपीएफ की 12 कंपनियां पहुंच गई। अधिकारियों ने बताया कि दो कंपनियां रेलगाड़ी से दुर्गापुर पहुंचीं, जिनमें से एक कंपनी को बीरभूम और एक कंपनी को बांकुड़ा जिले में भेजा गया है। वहीं एक कंपनी बर्धमान पहुंची है। उन्होंने बताया कि हावड़ा के नजदीक डानकुनी में भी सुरक्षाबलों की पांच कंपनियां पहुंच चुकी हैं। चार अन्य कंपनियां रेलगाड़ी से कोलकाता स्टेशन पहुंची हैं। इन सभी को उत्तर और दक्षिण 24 परगना समेत अन्य संवेदनशील जिलों में तैनात किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर से भी बुलाया गया सुरक्षाबलों को
मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) दफ्तर से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर से सुरक्षाबलों को यहां बुलाया गया है और उन इलाकों में भेजा जा रहा है, जो अधिक संवेदनशील हैं। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मियों का स्वागत करने के लिए सीआरपीएफ और बंगाल पुलिस के अधिकारी मौजूद थे।
निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 25 फरवरी तक बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 125 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है। केंद्रीय बलों की तैनाती करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रचार शुरू होने पर कोई समस्या नहीं आए। इन तैनातियों से मतदाताओं में भी भरोसा पैदा होगा।


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