हरियाणा में भी कोरोना वायरस महामारी ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। तेजी से बढ़ते आंकड़ों ने सरकार से लेकर डॉक्टरों तक सभी की चिंता बढ़ा दी है। डॉक्टर भी अब एक बार फिर इस महामारी की चपेट में आने लगे हैं। रोहतक स्थित पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PGIMS की डॉ. पुष्पा दहिया ने गुरुवार को बताया कि पीजीआईएमएस में पिछले दो हफ्ते में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के 22 रेजिडेंट डॉक्टर COVID-19 से संक्रमित पाए गए हैं। इन 22 डॉक्टरों में से 14 डॉक्टरों ने कोरोना का टीका भी लगाया था।
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 1100 से अधिक नए मामले सामने आए, जबकि 8 मरीजों की मौत हो गई। हरियाणा में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या 1,106 ताजा मामलों के साथ 2,90,800 हो गई है और कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़कर 3,155 पर पहुंच गया है। बुधवार को करनाल, पानीपत और कुरुक्षेत्र जिलों से दो-दो लोगों की कोरोना से मौतें हुईं, जबकि कैथल और फरीदाबाद में एक-एक मौत हुई।
वहीं, जिन जिलों में मामलों में वृद्धि हुई है उनमें गुरुग्राम (276), करनाल (182) और अंबाला (105) जिले शामिल हैं। राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 9,726 है। बुलेटिन में कहा गया कि यहां रिकवरी दर 95.57 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा था कि देश में कोविड-19 की स्थिति 'बद से बदतर' की तरफ बढ़ रही है और यह खास तौर पर कुछ राज्यों के लिए चिंता की बड़ी बात है। केंद्र ने आगाह किया कि पूरा देश खतरे में है और फिलहाल आसन्न खतरों को नहीं देख पाने से इसकी भारी कीमत अदा करनी पड़ सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक और मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और देश में एक दिन में सामने आए 56,211 मामलों में से 78.56 फीसदी मामले इन्हीं राज्यों से हैं।