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लॉज से 200 बेरोजगारों का रेस्क्यू, फर्जी नौकरी रैकेट का हुआ पर्दाफाश

Nilmani Pal
19 Sep 2024 2:02 AM GMT
लॉज से 200 बेरोजगारों का रेस्क्यू, फर्जी नौकरी रैकेट का हुआ पर्दाफाश
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बिहार bihar news । पूर्णिया जिले (Purnea) में एक बड़े फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. यहां पश्चिम बंगाल से आए 200 से अधिक युवकों को बंधक बनाकर रखा गया था. पुलिस ने छापेमारी कर इन युवकों को मुक्त कराया है. यह छापेमारी पूर्णिया के रामबाग स्थित पिंक सिटी के पास कई लॉज में की गई, जहां इन युवाओं को नौकरी के नाम पर बुलाया गया था.

पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्तिकेय शर्मा ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि इस रैकेट का संचालन करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मास्टरमाइंड अभी फरार है. दरअसल, पूर्णिया पुलिस को सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल के कई युवकों को नौकरी के नाम पर यहां बुलाकर बंधक बनाया गया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर थाना क्षेत्र के कई लॉज में छापेमारी की. इस दौरान लगभग 200 बेरोजगार युवक मिले. bihar

युवकों ने पुलिस को बताया कि उन्हें एक आयुर्वेद कंपनी में नौकरी का वादा किया गया था. नौकरी के नाम पर उन्हें पहले 5,000 रुपये देने के लिए कहा गया. जब वे यहां पहुंचे तो उन्हें बंधक बना लिया गया. इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक ने पुलिस को बताया कि इस रैकेट में सात लोग शामिल हैं. ये लोग भोले-भाले युवकों को नौकरी का लालच देकर फंसाते थे, उनसे पैसे वसूलते थे, फिर उन्हें बंधक बना लेते थे. युवाओं से ट्रेनिंग के नाम पर पैसे लिए जाते थे. उन्हें लॉज में बंद करके रखा जाता था. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है.

एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है. जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे अन्य गिरोहों की भी जांच कर रही है, जो इसी प्रकार बेरोजगार युवकों को ठगने का काम कर रहे हैं. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचें और ऐसी घटनाओं की जानकारी तुरंत पुलिस को दें.

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