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महाराजा अग्रसेन यूनिवर्सिटी में 200 शोधपत्र प्रस्तुत

Shantanu Roy
11 May 2024 10:26 AM GMT
महाराजा अग्रसेन यूनिवर्सिटी में 200 शोधपत्र प्रस्तुत
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बीबीएन। महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय बद्दी के स्कूल ऑफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंसेज द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को विधिवत समापन हुआ। इन्नोवेशस एंड एडवांसज इन साइंसेज विषय पर किया गया। इस सम्मेलन में देश के विभिन्न भागों सेे लगभग 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह की अध्यक्षता पंजाब विश्वविद्यालय से आए प्रोफेसर डा. गंगाराम चौधरी द्वारा की गई। डा. चौधरी ने स्कूल ऑफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंसेज के प्रयासों की सराहना की और इस तरह की गतिविधियों की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने राष्ट्र के समग्र विकास में विज्ञान और नवाचारों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। डा. गंगाराम चौधरी ने वैज्ञानिकों को नई तकनीक और अन्वेषण के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डा. राकेश कुमार गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि विज्ञान के बिना विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करना पूर्णतया संभव नहीं है।

इसलिए हमारा विश्वविद्यालय वैज्ञानिक शोध एवं शिक्षा में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। कुलाधिपति के नामित सुरेश गुप्ता ने विश्वविद्यालय के सभी संकायों के प्राध्यापकों सेेे नवीनतम प्रौद्यौगिकी और नवाचारों से अवगत रहने की सलाह दी और कहा कि अगर किसी भी तरह से कोई आवश्यकता पड़ती है तो विश्वविद्यालय का प्रबंधन सदैव उनके साथ खड़ा है। स्कूल ऑफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंसेज के निदेशक डा. संजय पवार ने बताया कि ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य अकादमिक और शोध संस्थान सेे संबंध रखने वालेे सभी विद्वानों को विभिन्न आयामों से अवगत कराना है। इस दो दिवसीय स मेलन के आयोजन में डाक्टर प्रियंका शर्मा और डाक्टर निधि श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा। डा. दीपिका नरूला, डा. अनिता सैणी, डा. पूजा, डा. सुरभि कौशल, डा. प्रियंका महाजन और डॉ. मेघा की भूमिका इस स मेलन की सफलता का आधार रहा। विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. पंकज नांगलिया ने सम्मेलन के सफ ल आयोजन पर आयोजक टीम को बधाई दी। इस दो दिवसीय सममेलन को सफ ल बनाने में डा. रवि कुमार मिश्रा, डा. शिव कुमार गिरी, डा. अभिषेक अवस्थी, डा. पुनीता शर्मा, डा. महेश कुमार डा. राजकुमार, डा. दिनेश कुमार शर्मा सहित अन्य संकाय सदस्यों के प्रयास महत्वपूर्ण रहे।
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