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Kullu. कुल्लू। विश्व का सबसे पुराना डेमोक्रेटिक गांव पांच महीने से सडक़ सुविधा से वंचित होने के चलते समस्याओं से जूंझ रहा है। एक अगसत को मलाणा गांव में आई आपदा के बाद से यहां गांव के लिए संपर्क मार्ग पूरी तरह से कट गया है। ऐसे में ग्रामीणों को बाजार तक पहुंचने के लिए पहले मिलों पैदल चलना पड़ता है। बीमार होने पर ग्रामीणों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। मलाणा गांव में ग्रामीण किस तरह से परेशानियों से ग्रस्त हैं। इसी समस्या को लेकर गुरुवार को ग्रामीण उपायुक्त कुल्लू के पास पहुंचे। उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार से भी अपील कि कि ग्रामीणों की समस्या को समझते हुए गांव के लिए सडक़ बनाने का कार्य जल्द शुरू करवाया जाए।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू का ऐतिहासिक गांव मलाणा आपदा के पांच महीने बाद भी अभी तक संकट से जूझ रहा है। यहां पर सडक़ का टूटा हुआ हिस्सा अभी तक ठीक नही हो पाया है। यहां पर महंगे दामों में सामान खरीदने को भी ग्रामीण मजबूर हैं। आपदा से क्षतिग्रस्त हुए मलाणा गांव में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मलाणा गांव के पूर्व प्रधान भागी राम ने कहा कि गांव के रास्ते में 150 से अधिक गाडय़िां फंसी हैं, जिन्हें निकालना बेहद जरूरी है। गाड़ी के मालिकों को किस्त भरने में भी मुश्किल आ रही है। लोगों का कारोबार भी सडक़ की सुविधा ना होने के चलते रुका है। अगर गांव तक सडक़ निकल जाती है तो ग्रामीणों को काफी राहत मिल सकेगी। सर्दियों में ग्रामीणों को बीमार होने पर और गर्भवती महिला को अस्पताल तक पहुंचाने में काफी दिक्कत आ रही है। उन्होंने सरकार व डीसी से मांग रखी कि जल्द इन रास्तों को ठीक किया जाए ताकि वहां से गाडिय़ों को भी निकाला जा सके।
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Shantanu Roy
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