उत्तराखंड

विद्यालयों में अध्यापकों के पद लंबे समय से हैं रिक्त

Admin Delhi 1
6 Dec 2022 12:30 PM GMT
विद्यालयों में अध्यापकों के पद लंबे समय से हैं रिक्त
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देवभूमि गरमपानी न्यूज़: क्षेत्र के तमाम विद्यालयों में महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापकों के पद लंबे समय से रिक्त हैं। हालत यह है कि कई प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे संचालित किए जा रहे हैं जिससे नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। कई बार मांग उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। शिक्षा विभाग की लापरवाही से अभिभावकों व क्षेत्रवासियों में गहरी नाराजगी है । गांवों में शिक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद किए जाने के लाख दावे किए जाते हैं पर शिक्षकों के अभाव में शैक्षणिक व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। शिक्षकों के ना होने से अभिभावकों को बच्चों के भविष्य का भय सताने लगा है ऐसे में लोग शहरी क्षेत्रों को रुख कर रहे हैं जिससे गांवो से तेजी से पलायन बढ़ता जा रहा है। जीआइसी खैरना, रातीघाट, भुजान, गरजोली में वर्षों से कई महत्वपूर्ण विषयों के प्रवक्ताओं के पद रिक्त पड़े हुए हैं।

प्रधानाचार्य के पद पर भी अस्थाई प्रधानाचार्य की तैनाती कर कार्य चलाया जा रहा है वहीं कई जूनियर व प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे हैं। नेताओं व अधिकारियों के आगे कई बार गुहार लगाए जाने के बावजूद शिक्षा विभाग की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही। अभिभावकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग गांवों की उपेक्षा पर आमादा है।

गांव के विद्यालय शिक्षकविहीन होते जा रहे है। जबकि प्रदेश के शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के दावे कर रहे हैं। कुलदीप खनायत, सुनील मेहरा, राकेश जलाल, रमेश खनायत, पूरन चंद्र नैनवाल, महेश चंद्र नैनवाल आदि ने विद्यालयो में शिक्षकों की तैनाती की पुरजोर मांग उठाई है‌। चेतावनी दी है की यदि जल्द विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई तो फिर शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।

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