उत्तराखंड

राज्य में कोरोना संक्रमण का खतरा, जारी की गई नई गाइडलाइन

Gulabi Jagat
25 July 2022 3:46 PM GMT
राज्य में कोरोना संक्रमण का खतरा, जारी की गई नई गाइडलाइन
x
देहरादून: देहरादून से आज की सबसे बड़ी खबर आ रही है। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसकी रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन जरूरी है।
1. आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार जैसे कि सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क पहनना एवं हाथों को Sanitize करने आदि के प्रति जागरूकता (संलग्न) हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
2. भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाये। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाये
3. चिकित्सा ईकाइयों में कोविड- 19 संक्रमित रोगियों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, आक्सीजन कसंनट्रेटर, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। सम्बन्धित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाये।
4. दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड- 19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त की जाए। रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुये समीक्षा की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोविड- 19 संक्रमित रोगियों को सही वक्त पर उपचार प्राप्त हो। आगे पढ़िए
5. हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाए। निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में एडमिट किया जाये।
6. कोविड- 19 जॉच हेतु ICMR. भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये। जनपद स्तर पर कोविड-19 सैंपल जांच की दर को बढ़ाया जाये एवं जांच हेतु लिए गए कुल सैंपल में से अधिकतम सैंपल RT-PCR जांच हेतु प्रेषित किये जाएं।
7. चिकित्सालयों में आने वाले सभी Influenza like Illness (IU) / Severe Acute Respiratory Illness ( SARI) के रोगियों की कोविड- 19 जांच की जाये एवं उक्त सभी रोगियों का विवरण अनिवार्य रूप से Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
8. समुदाय स्तर पर यदि किसी जगह कोविड-19 अथवा फीवर केस की क्लस्टरिंग मिलती है, तो वहां पर त्वरित जांच सुविधा की उपलब्धता एवं निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
9. कोविड- 19 जॉच में RT-PCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whole Genome Sequence (WGS) जांच हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किये जाएं एवं WGs जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से Integrated Health Information Platform (IHIP) पोर्टल में प्रविष्ट किया जाये।
Next Story