नगर निगम के तीन सौ आउटसोर्स कर्मियों के भविष्य से खिलवाड़
ऋषिकेश न्यूज़: नगर निगम के विभिन्न अनुभागों में सेवाएं दे रहे करीब तीन सौ आउटसोर्स कर्मचारियों के खातों में चार माह से ईपीएफ और ईएसआई की रकम जमा नहीं की जा रही. निगम प्रबंधन ने कंपनी को नोटिस जारी कर ईपीएफ जमा करने के निर्देश दिए हैं. उधर कंपनी ने निगम के स्तर से भुगतान नहीं होने के कारण ईपीएफ और ईएसआई की राशि जमा करने में असमर्थता जताई है. अब जल्द इस समस्या का समाधान नहीं निकाला गया तो इसका खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ेगा.
नगर स्वास्थ्य अनुभाग के मुताबिक विभिन्न अनुभागों में तीन सौ के आसपास आउटसोर्स कर्मचारी अनुबंधित फर्म भार्गव फैसेलिटिज प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इनके ईपीएफ और ईएसआई की धनराशि चार माह से जमा नहीं हुई. हाल नगर निगम ने कंपनी को नोटिस जारी कर बकाया राशि जमा करने के निर्देश दिए हैं.
इसके जवाब में कंपनी ने निगम को पत्र भेजकर कहा है कि नगर निगम से कंपनी को 75 लाख रुपये बकाया धनराशि का भुगतान होना है. जबकि कंपनी को 53 लाख रुपये जमा करने हैं. कंपनी ने बकाया भुगतान की मांग की है, ताकि वह कर्मचारियों के खाते में ईपीएफ और ईएसआई की राशि जमा कर सके.
इधर निगम और कंपनी के बीच करार समाप्त हो रहा है. इससे पहले समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कर्मचारियों के लिए दिक्कतें खड़ी हो जाएंगी. कर्मचारियों में भी इस बारे में आक्रोश है. उनका कहना है कि आउटसोर्स कर्मचारियों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है. निगम के विभिन्न अनुभागों में सेवाएं दे रहे करीब तीन सौ आउटसोर्स कर्मचारियों के खातों में चार माह से ईपीएफ और ईएसआई की रकम जमा नहीं की जा रही. निगम प्रबंधन ने कंपनी को नोटिस जारी कर ईपीएफ जमा करने को कहा.
एक जून से स्ट्रीट लाइटों के मरम्मत का काम बंद करने की चेतावनी नगर निगम के वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगवाने और मरम्मत करवाने का काम कर ईईएसएल कंपनी को सौंपा गया है. इस कंपनी ने आगे यह काम आस्था इलेक्ट्रिकल्स कंपनी को सौंप रखा है. दोनों कंपनियों में चार करोड़ के बकाया भुगतान को लेकर खींचतान चल रही है. आस्था इलेक्ट्रिकल्स कंपनी ने एक जून से पूरे शहर में मरम्मत का काम ठप करने की चेतावनी दी है.