गुडगाँव न्यूज़: सेक्टर-109 के चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी के असुरक्षित ई, एफ टावर के फ्लैट मालिकों को न तो शिफ्टिंग शुल्क और न ही किराया दिया जा रहा है. फ्लैट मालिकों ने बिल्डर से फ्लैट की कीमत एक मुश्त राशि की मांग की है.
बिल्डर के तीन किस्तो में फ्लैटों की कीमत देने के विकल्प से लोगों में नारागजी है. जिला प्रशासन को ईमेल करके अब फ्लैटों की कीमत एक मुश्त, किराया और शिफ्टिंग खर्च में दिलाने की मांगी की है.
फ्लैट मालिक बोले, प्रशासन मामले में बैठक बुलाए फ्लैट मालिकों का कहना है कि बिल्डर न तो शिफ्टिंग का चार्ज दे रहा है और न ही 3 महीने का किराया दे रहा है. उन्होंने ई-मेल भेजकर जिला प्रशासन से मांग की है कि वह या एक बैठक बुलाकर इस समस्या का समाधान करें. ईमेल में यह भी कहा गया है कि वह फ्लैट की कीमत लेने के लिए तैयार हैं. अगर बिल्डर एक मुश्त पैसे का भुगतान करता है तो तीन माह का किराया छोड़ा जा सकता है, अगर पैसे का भुगतान विकल्प के मुताबिक 120 दिन के अंदर होना है.
सोसाइटी के 35 परिवारों की मुश्किलें बढ़ीं: सोसाइटी के जी टावर असुरक्षित घोषित होने से 35 परिवारों की मुश्किलें बढ़ गई है. टावर निवासी मनोज सिंह ने कहा कि 14 मंजिला के टावर में कुल 56 फ्लैट है. इसमें जो परिवार रह रहा है. उनको खाली करने के लिए दूसरे फ्लैट दे और शिफ्टिंग खर्च दिए जाए. ताकि लोग दूसरे फ्लैट में सुरक्षित रह सके. लेकिन बिल्डर ने अपने फायदे के लिए दो विकल्प प्रस्ताव देकर रजिस्ट्री जिला प्रशासन से खुलवा लिया है. बिल्डर जितना पैसा दे रहा है. उतने पैसे से दूसरा फ्लैट नहीं खरीदा जा सकता है. हम चाहते है कि बिल्डर टावर को तोड़कर दोबारा से बनाए. तब तक लोगों के रहने के लिए घर का इंतजाम किया जाए.