गदरपुर: तहसील मुख्यालय पर बनाए जाने वाले प्रमाण पत्रों में धांधली का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें जनाधार संचालक और सीएससी संचालक की आपसी सांठगांठ से लेखपाल की आपत्ति के बावजूद प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। जबकि प्रमाण पत्र पर एसडीएम के डिजिटल हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। पूरे मामले की एसडीएम या तहसीलदार को भनक तक नहीं लगी। मीडिया को पता चलने पर संचालक ने पत्र लिखकर प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया।
पूजा पत्नी बृजेश कुमार निवासी ग्राम अमरपुरी ने 15 अप्रैल को गदरपुर तहसील गेट पर स्थित एक सीएससी सेंटर के माध्यम से स्थाई प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया था। प्रमाण पत्रों की जांच संबंधित पटवारी सतपाल बाबू को भेजी गई। जांच के दौरान साक्ष्य न होने के कारण पटवारी ने प्रमाण पत्रों के बनाए जाने पर रोक लगा दी।
इसके बावजूद जनाधार संचालक और सीएससी सेंटर के स्वामी ने आपसी सांठगांठ से एसडीएम के डिजिटल हस्ताक्षर युक्त प्रमाण पत्र को जारी कर दिया। जब इस संबंध में गुरुवार को जनाधार संचालक से जानने का प्रयास किया गया तो भेद खुलने के डर से उसने सीएससी सेंटर के स्वामी के साथ एक पत्र लिखकर प्रमाण पत्रों को निरस्त कर दिया। जब इस संबंध में एसडीएम से जानने का प्रयास किया गया तो अवकाश होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।