मुठभेड़ से फरार हुए फरार मनोज अधिकारी और रमन पर 20-20 हजार का ईनाम
हल्द्वानी क्राइम न्यूज़: कुमाऊं ज्वैलर्स के मालिक राजीव वर्मा पर फायर झोंकने और मुठभेड़ में पुलिस को चकमा देकर फरार बदमाश मनोज अधिकारी और रमन पर पुलिस ने 20-20 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया। दोनों अब भी उत्तराखंड राज्य की सीमा में हैं और इनकी कोशिश राज्य की सीमा को पार करना है। हीरानगर निवासी राजीव वर्मा कुमाऊं ज्वैलर्स प्रतिष्ठान के मालिक हैं और उनकी मनोज अधिकारी से पुरानी दुश्मनी है। उनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। गोलीकांड से दो दिन पहले राजीव ने कोतवाली में केस दर्ज कराया था। जिसमें उसने आरोप लगाया था कि मनोज उस पर केस वापस लेने और गवाही न देने का दबाव बना रहा है तथा धमकी दे रहा है।
इसके बाद दो नंबर की रात कार सवार राजीव पर उन्हीं के घर के बाहर बाइक सवार बदमाशों ने फायर झोंक दिए। यहां से फरार बदमाशों की अगले दिन पुलभट्टा में नेनीताल और ऊधमसिंहनगर पुलिस से मुठभेड़ हो गई। ऊधमसिंहनगर पुलिस की फायरिंग में गुरदीप सिंह को गोली लगी, जबकि देवेंद्र सिंह उर्फ गिंदा को सितारगंज से गिरफ्तार किया गया। हालांकि मामले का मुख्य आरोपी मनोज अधिकारी और उसका साथी रमन पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े। पुलिस इन दोनों की तलाश में है और चार नवंबर को ये दोनों नैनीताल पुलिस के हाथ आते-आते रह गए। जिसके बाद शनिवार को एसएसपी पंकज भट्ट ने दोनों फरार बदमाशों पर 20-20 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया।
मामले में वांछित मनोज अधिकारी और रमन पर 20-20 हजार का ईनाम घोषित कर दिया गया है। दोनों फिलहाल उत्तराखंड की सीमा में हैं और पुलिस से बचते फिर रहे हैं। आरोपियों के पीछे लगी पुलिस टीमें दोनों के बेहद नजदीक हैं और जल्द ही दोनों की गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-पंकज भट्ट, एसएसपी नैनीताल
गूलरभोज के जंगल में दुबके हैं दोनों बदमाश: पुलिस को लगातार चकमा दे रहे मनोज अधिकारी और उसके साथी रमन ने गूलरभोज के जंगल में शरण ले रखी है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि गूलरभोज के घने जंगल में छिपे होने की वजह से उन्हें तलाश करने में परेशानी हो रही है। दावा यह भी है कि दोनों गूलरभोज के जंगल से खटीमा होते हुए नेपाल भागने की फिराक में हैं।