उत्तर प्रदेश

प्रयागराज के प्रति गिरमिटिया (भारतीय मूल) समाज का बढ़ने लगा प्रेम

Admindelhi1
11 March 2024 4:13 AM GMT
प्रयागराज के प्रति गिरमिटिया (भारतीय मूल) समाज का बढ़ने लगा प्रेम
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पिछले पांच साल में गिरमिटिया समाज के लोगों की आवाजाही बढ़ी है

बरेली: दुनियाभर के देशों में रह रहे गिरमिटिया (भारतीय मूल) समाज के लोगों का प्रयागराज के प्रति लगाव बढ़ रहा है. समाज के लोग संगम देखने की चाहत में प्रयागराज आने लगे हैं. पिछले पांच साल में गिरमिटिया समाज के लोगों की आवाजाही बढ़ी है.

इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, मारिशस, ट्रिनिडाड टोबैगो, बारबाडोस आदि देशों से समाज के लोग प्रयागराज आ रहे हैं. यहां पहुंचने के बाद अपने पूर्वजों के स्थान के बारे में पूछताछ करते हैं. हालांकि पूरा पता मालूम नहीं होने के कारण यहां आने वाले समाज के लोग अपने पूर्वजों के घर नहीं जा पाते. प्रयागराज के टूर ऑपरेटर निलेश नारायण ने बताया कि पिछले पांच साल से गिरमिटिया समाज के लोगों की प्रयागराज में अधिक आगमन हो रहा है.

हर साल लगभग दो दर्जन से अधिक गिरमिटिया समाज के लोग प्रयागराज आ रहे हैं. निलेश के मुताबिक कुम्भ-19 में गिरमिटिया समाज के लोगों को सरकार लेकर आई थी. उसके बाद से समाज के लोग यहां आने लगे हैं. प्रयागराज की एयर कनेक्टिविटी बेहतर होने से भी सभी विदेशी पर्यटकों के साथ गिरमिटिया समाज के लोगों का आगमन हो रहा है. अगले साल महाकुम्भ में बड़ी संख्या में समाज के लोगों के प्रयागराज आने की संभावना है. इसके लिए पूछताछ भी हो रही है.

सरकार बुलाए तो बड़ी संख्या में आएंगे डॉ. सतीश

दुनियाभर में फैले गिरमिटिया समाज के लोग भारत आना चाहते हैं. भारत सरकार समाज के लोगों को भारत लाने के लिए हाथ बढ़ाए तो यहां का पर्यटन बढ़ेगा. ग्लोबल गिरमिटिया के अध्यक्ष

बुलाने के लिए सरकार से करेंगे वार्ता

महाकुम्भ-2025 में गिरमिटिया समाज के लोगों को प्रयागराज बुलाने के सिलसिले में टूर ऑपरेटर निलेश नारायण ने बताया कि विदेश में बसे भारतवंशी प्रयागराज आना चाहते हैं. यह ऐसे भारतवंशी हैं, जिनके पूर्वज गुलाम बनाकर यहां से ले जाए गए. उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का गिरमिटिया समाज में वर्चस्व है. ऐसे में समाज के लोग महाकुम्भ में प्रयागराज आना चाहते हैं. पर्यटन विभाग इस पर काम भी कर रहा है.

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