उत्तर प्रदेश

देश के भविष्य को नया आयाम देने को सरकार पूरे जोर से कोशिश में जुटी

Admindelhi1
15 March 2024 6:38 AM GMT
देश के भविष्य को नया आयाम देने को सरकार पूरे जोर से कोशिश में जुटी
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जिले में बनेंगे तीन मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय

इलाहाबाद: योगी सरकार का शिक्षा पर पूरा जोर है. बेसिक शिक्षा की सूरत सुधारने और देश के भविष्य को नया आयाम देने को सरकार पूरे जोर से कोशिश में जुटी है. सरकार ने मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय स्थापित करने जा रही है. शिक्षामंत्री के जिले में तीन सर्वश्रेष्ठ कम्पोजिट स्कूल का चयन कर लिया गया है. तीन अलग-अलग ब्लाकों के चयनित स्कूलों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है. जल्द ही इस पर मोहर लगने वाली है. योजना के तहत जिला या तहसील मुख्यालय और मुख्य मार्ग के करीब स्थित कंपोजिट स्कूलों को प्राथमिकता दी गई है. विद्यालय परिसर में स्कूल भवन के अलावा 1300 वर्गमीटर का निर्माण योग्य भूमि की उपलब्धता अनिवार्य थी. साथ ही चयनित विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक कक्ष के साथ कम से कम आठ कक्ष पहले से निर्मित होने चाहिए. चयन के दायरे में आने वाले विद्यालय में न्यूनतम नामांकन 200 से ऊपर होना चाहिए. इन बिंदुओं पर गौर करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के गृह क्षेत्र अतरौली के कंपोजिट विद्यालय बहराबद, ब्लाक बिजौली के तेवथु और ब्लाक टप्पल के गोरौला कंपोजिट विद्यालयों का चयन किया हैं.

इन विद्यालयों में भूमि 1500 वर्ग मीटर से लेकर 3600 वर्ग मीटर तक उपलब्ध है. साथ ही अतरौली का विद्यालय स्टेट हाईवे से पांच तो बिजौली के विद्यालय स्टेट हाईवे आठ किमी और टप्पल का विद्यालय नेशनल हाईवे से मात्र छह किमी की दूरी पर है. इन विद्यालयों से निकटतम मुख्यालयों की दूसरी एक से पांच किलोमीटर का है. चयनित विद्यालय में बालक-बालिकाओं के पृथक शौचालय, स्वच्छ पेयजल, हाथ धोने की सुविधा, विद्युत कनेक्शन, दिव्यांग छात्रों के लिए निर्बाध पहुंच, रसोईघर, कक्षाओं व शौचालयों का टाइलीकरण, सुरक्षित बाउंड्री समेत अन्य मानक भी पूर्व कर रहा है. इन मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, अभ्युदय ब्लॉक, मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षाकर्मी की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, मॉड्यूलर डेस्क बेंच, वाई-फाई व सीसीटीवी की सुविधा हो. इन विद्यालयों के लिए पूर्व से कार्यरत शिक्षकों में से उत्कृष्ट शिक्षकों का प्रमाणिकता आधारित तैनाती की जाएगी. चयन के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा भी ली जाएगी.

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