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Siddharthanagar: काला नमक चावल की खुशबू देश ही नहीं पूरे विश्व में फैलेगी
सिद्धार्थनगर: पूरी दुनिया में सत्य अहिंसा और मानवता का संदेश देने वाले तथागत भगवान बुद्ध की पावन धरती सिद्धार्थ नगर में पैदा होने वाला काला नमक चावल की खुशबू देश ही नहीं पूरे विश्व में फैलेगी।
कालानमक चावल को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आगामी 22 व 23 दिसम्बर को बीएसए ग्राउंड में दो दिवसीय बायर सेलर मीट का आयोजन किया गया है। इसमें देश के कई राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, हरियाणा, राजस्थान, पटना, हरिद्वार, बंगलौर, मुम्बई, कर्नाटक के अलावा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल व यूनाइटेड किंगडम (लंदन) के लोग शामिल होंगे। बायर सेलर मीट में आने वाले देश विदेश के मेहमानों के ठहरने के लिए। जिला प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है। इस सम्मेलन में योगी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, एमएसएमई एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान भी शामिल होंगे।
आयोजित सम्मलेन में चार सत्र उत्पादन सत्र, गुणवत्ता सत्र, प्रसंस्करण स्तर और विपणन सत्र आयोजित किया गया है। इस सम्मेलन में क्रेता विक्रेता के अलावा कालानमक चावल की उत्पादन करने वाले कृषकों को बुलाया गया है। सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा कालानमक चावल के उत्पादन करने वाले किसान भाइयों को उत्पादन की क्षमता व आय बढ़ाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। बुद्ध भूमि सिद्धार्थ नगर में पैदा होने वाला कालानमक चावल पूरी दुनिया मे अपनी आभा बिखेर रहा है। बुद्ध भूमि पर पैदा होने वाले इस कालानमक चावल देशों के लोगों को खूब भा रहा है। बौद्धिष्ट देशों में भी कालानमक चावल की मांग खूब बढ़ गई है। कालानमक चावल शुगर फ्री होन के साथ ही है अत्यंत गुणकारी भी है।
कालानमक चावल का ग्लायसिमिक इंडेक्स 49 प्रतिशत, आयरन 3 एमजी, जिंक 4 एमजी प्रति 100 ग्राम है, जबकि अन्य चावलों का ग्लायसीमिक इंडेक्स 85 प्रतिशत, आयरन 1 एमजी और जिंक भी 1 एमजी से कम है। इस प्रकार कालानमक चावल सुगर फ्री होने के साथ ही अत्यंत गुणकारी भी है। कालानमक चावल में अन्य चावलों से तीन गुना आयरन व प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला जिंक चार गुना अधिक है। कालानमक चावल के एमाईलोज 19 प्रतिशत है, इसलिए यह बनने के
बाद काफी मुलायम होता है। जबकि बासमती सहित अन्य चावलों का एमाईलोज 24 प्रतिशत है। सूक्ष्म तत्वों से भरपूर कालानमक चावल में प्रोटीन 11 प्रतिशत होता है, जबकि अन्य चावलों में केवल 5 प्रतिशत होता है। इसलिए डायबिटिक लोगों के लिए कालानमक चावल पूरी तरह से सुरक्षित है।
जिलाधिकारी डॉ राजा गणपति आर ने बताया कि काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए 22 व 23 दिसम्बर को सिद्धार्थ नगर के बीएसए ग्राउंड ने काला नमक चावल क्रेता विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन में देश के कई राज्यों के अलावा विदेश के लोगों को भी आमंत्रण भेजा गया है।