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पुलिसकर्मी नहीं खोल पा रही चोरी की घटनाएं, पुलिस का रिकॉर्ड हैं बेहद खराब
मेरठ क्राइम न्यूज़ अपडेटेड: लूट, डकैती और अपहरण जैसे संगीन अपराधों को खोलने का दावा करने वाली क्रांतिधरा की पुलिस चोरी की वारदातें खोल पाने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हो रही है। लाखों और करोड़ों की चोरी की वारदातें अनसुलझी पड़ी हुई हैं और पुलिस पूरी तरह से हांफ चुकी है। दरअसल, पुलिस का निचला खुफिया तंत्र जब से फेल हुआ है तभी से महानगर में चोरों की चांदी आ गई है और पुलिस की रात्रि गश्त की हीलाहवाली का फायदा उठाकर चोर घरों के ताले तोड़कर नगदी और जेवर पर हाथ साफ कर रहे हैं। कमला नगर में बिल्डर प्रदीप गुप्ता उर्फ पिंकी के घर हुई करोड़ों की चोरी के मामले में पुलिस अभी नेपाल पर फोकस किये हुए है और आठ दिन गुजर जाने के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अकेले यही चोरी पुलिस के लिये चुनौती नहीं बनी है बल्कि महानगर में हाई प्रोफाइल तमाम चोरी की वारदातें पुलिस की कार्यप्रणाली पर अंगुली उठा रही है। रेलवे रोड, नौचंदी, टीपीनगर के अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में छोटी बड़ी दर्जनों चोरी की घटनाएं अनसुलझी पड़ी है।
26 अक्टूबर 2021 को नौचंदी थाने के सामने भवानीनगर कॉलोनी में रहने वाले जल निगम के रिटायर्ड अधिशासी अभियंता जकीउर रहमान जब उपचार के लिए दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थे तब चोरों ने करीब 25 लाख की नकदी और 100 तोले सोना चोरी किया था। खुलासे को सर्विलांस को भी लगाया गया था। तेरह महीने बीतने के बाद भी थाना पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। प्रभाकर चौधरी के समय हुई चोरी की वारदात अभी तक अनसुलझी पड़ी है। लिसाड़ी गेट क्षेत्र के लक्खीपुरा में शुक्रवार देर रात को चोरों ने भाजपा नेत्री के घर को निशाना बनाया। चोर लाखों रुपये जेवर और कीमती सामान चोरी कर ले गए। वारदात के समय घर पर ताला लगा हुआ था। शहर के बड़े कारोबारी व भल्ला स्पोर्ट्स के मालिक राकेश भल्ला के घर लाखों की चोरी का मामला सामने आया है। इस वारदात को कारोबारी के नौकर ने ही बड़ी चालाकी से अंजाम दिया और आसानी से फरार हो गया।
वहीं, पुलिस ने आरोपी नौकर के कुछ जानने वालों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। रेलवे रोड थाना क्षेत्र के साबुन गोदाम में सुरेश कुमार प्रजापति का मकान है। शनिवार को सुरेश कुमार पूरे परिवार के साथ बाहर घूमने गए थे। घर में ताला पड़ा था। इसी मौके का फायदा उठाकर एक चोर घर में घुसा। अंदर जाकर घर खंगाला। घर में 45 हजार रुपये नकदी रखी थी। चोर ने नीले रंग की थैली में पैसे रखे और दीवार कूदकर चुपचाप बाहर निकल गया। इसी थाना क्षेत्र में वरिष्ठ चिकित्सक डा. अमिताभ गौतम के प्रेमपुरी स्थित आवास से नेपाली नौकर लाखों रुपये की नगदी और जेवरात चोरी करके फरार हो गया। पुलिस अधिकारियों के तमाम दावे भी चोरों तक नहीं पहुंच पाये। दरअसल, पुलिस के पास पहले हर मोहल्ले में मुखबिर हुआ करते थे जिनको पुलिस पैमेंट करती थी और वो हर सूचना को थानेदार तक पहुंचाते थे, लेकिन अब मुखबिरों का अपना धंधा शुरू हो गया है और वे पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उगाही में लगे रहते हैं। इस कारण पुलिस का निचला तंत्र पूरी तरह से आधारहीन हो गया है। इसके अलावा पुलिस कप्तान लाख दावा करें, लेकिन रात की गश्त के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। पुलिस चौकियों पर ताले लटक जाते हैं और नाइट इंचार्ज अपने अधीनस्थों को वायरलेस सेट सौंपकर चैन की नींद सोते हैं। इसका फायदा चोर खुलकर उठा रहे हैं।