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- पीलीभीत: अंतिम इच्छा...
बेहद दुखद दुर्घटना: पीलीभीत के जहानाबाद कस्बे के जोशीटोला में घनी आबादी के बीच बने एक मकान में रखी आतिशबाजी में मंगलवार दोपहर आग लगने से विस्फोट हो गया। इससे मकान की दूसरी मंजिल पर बने दो कमरे धराशायी हो गए। हादसे में पटाखा व्यापारी अजीम बेग की तीन बेटियों की झुलसने और मलबे में दबकर मौत हो गई। पुलिस ने जहानाबाद हादसे से सबक लेकर जांच शुरू करा दी है। अजीम बेग के मकान में रखी आतिशबाजी में दोपहर करीब ढाई बजे आग लगने से जबरदस्त विस्फोट हुआ। इससे छत पर बने कमरे में मौजूद अजीम बेग की दो पुत्रियां निशा (17) और सानिया (15) बुरी झुलस गईं। जबकि तीसरी बेटी नगमा (18) नीचे गिरकर मलबे में दब गई। करीब एक घंटे तक पटाखे फटने की आवाज आती रही। आग की लपटों के बीच से घुसकर पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से निशा और सानिया को निकाला।
तीसरी पुत्री नगमा (18) को मलबा से निकालने मे दो घंटे लग गए। तीनों को जिला अस्पताल भेजा गया। हालत गंभीर देखकर तीनों को बरेली रेफर कर दिया गया। वहां जिला अस्पताल में शाम को तीनों की मौत हो गई। पापा का चेहरा देखने की इच्छा के साथ मौत की नींद सो गई नगमा वहीं, जब नगमा को रेफर किया गया, तो उसके रिश्तेदार फिरोज बेग एंबुलेंस में थे। नगमा फिरोज बेग से अपनी बहनों का हाल पूछ रही थी। फिरोज ने बताया कि नगमा ने कहा कि उसके पापा ने उसे बड़े लाड़ प्यार से पाला है। कह रही थी- पापा को दिखा दो, पापा कहां हैं, बहनें तो ठीक हैं, उसके पेट में जलन पड़ रही है। यह कहते-कहते नगमा ने दम तोड़ दिया। आखिर इच्छा भी उसकी पूरी नहीं हो पाई थी। तब तक दुनिया से रुखसत हो गई। उसके साथ दो बहनों ने भी दम तोड़ दिया नगमा और सानिया की शादी के लिए चल रही थी बात
अजीम बेग बड़ी बेटी नगमा की शादी के लिए अमरिया क्षेत्र में रिश्ता देखकर आए थे। सानिया के रिश्ते की बात कस्बे में ही चल रही थी। दोनों की शादी की तैयारियां भी कर रहे थे। मगर उन्हें क्या पता कि बेटियां शादी से पहले ही दुनिया छोड़कर चली जाएंगी। सबसे छोटी बेटी निशा को भी ले जाएगी। तीनों की मौत से अजीम पूरी तरह टूटे दिखाई दिए। हादसे के बाद से ही पुलिस ने आतिशबाजी के कारोबारी अजीम बेग को नजरबंद कर लिया था। हालांकि अजीम बेग की हादसे में तीन पुत्रियों की मौत होने के बाद पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। एसपी ने भी सख्ती के साथ कारोबारी को नजरबंद करने के निर्देश दिए थे। बुधवार को तीनों लड़कियों का अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बरेली से आई आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) ने बुधवार को जहानाबाद पहुंचकर विस्फोट की तीव्रता की पड़ताल की। टीम ने विस्फोट सामग्री के नमूनों की पड़ताल की। बारूद का कहीं गलत तरीके से इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है। इस पर भी जानकारी जुटाई। कई बिंदुओं पर जांच करने के बाद लौट गई। जांच में क्या मिला। इसको लेकर जानकारी नहीं दी गई। टीम ने मलबे के सैंपल भी लिए हैं।