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उत्तर प्रदेश
लुलु मॉल की सुरक्षा में पीएसी तैनात, ड्रोन से निगरानी, बिना चेकिंग के नहीं जा सकते अंदर
Renuka Sahu
18 July 2022 1:12 AM GMT
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फाइल फोटो
पिछले कई दिनों से हो रही अराजकता को लेकर लुलु मॉल की सुरक्षा में पीएसी तैनात कर दी गई है और अराजक तत्वों पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पिछले कई दिनों से हो रही अराजकता को लेकर लुलु मॉल की सुरक्षा में पीएसी तैनात कर दी गई है और अराजक तत्वों पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है। आधा किलोमीटर पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है जहां पर चेकिंग के बाद ही मॉल के भीतर जाने की अनुमति दी जा रही है। वहीं मॉल प्रशासन ने बयान जारी कर कार्रवाई की मांग की है।
लुलु मॉल के उद्घाटन के दो दिन बाद मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मॉल में सुंदरकांड पाठ की घोषणा की थी। शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के तीन लोग सुंदरकांड का पाठ करने पहुंचे तो एक युवक नमाज पढ़ने गया था जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं शनिवार को करणी सेना के दो सदस्यों का मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करते वीडियो वायरल होने के बाद डीसीपी दक्षिण को हटाने के साथ ही प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए वहां सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं। एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मॉल के अंदर सादी वर्दी में बॉडी वार्म कैमरा लगाकर जवानों की तैनाती की गई है। मॉल की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। पूरे इलाके में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। इस दौरान किसी पर शक हुआ, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसीपी गोसाईंगंज स्वाति चौधरी के मुताबिक, मॉल के आधा किलोमीटर पहले ही बैरिकेंडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है। पीएसी के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है। इस दौरान हर एक व्यक्ति की चेकिंग के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा।
पुलिस आयुक्त ने भी किया निरीक्षण
पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर और संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने भी रविवार को लुलु मॉल पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था परखी। इस मौके पर मौजूद एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव, एसीपी गोसाईंगंज स्वाति चौधरी के साथ मिलकर उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए।
मॉल प्रशासन ने जारी किया बयान, कार्रवाई की मांग
बढ़ते विवाद के बाद लुलु मॉल के क्षेत्रीय निदेशक जय कुमार गंगाधर ने बयान जारी कर कहा कि वे राजधानी की जनता के आभारी हैं जिन्होंने मॉल को इतना समर्थन दिया है। लुलु मॉल पूर्णतया व्यावसायिक प्रतिष्ठान है, जो बिना किसी जाति, मत या वर्ग का भेद किए व्यवसाय करता है। मॉल में जो भी कर्मी हैं वे जाति, मजहब के नाम पर नहीं, बल्कि अपनी कार्यकुशलता के आधार पर व मेरिट के आधार पर रखे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ अराजकतत्वों ने प्रतिष्ठान को निशाना बनाने का प्रयास किया है। प्रतिष्ठान में 80 प्रतिशत से अधिक हिंदू हैं व शेष में मुस्लिम, ईसाई व अन्य वर्गों के लोग हैं। प्रतिष्ठान में किसी भी व्यक्ति को धार्मिक गतिविधि संचालित करने की छूट नहीं है। जिन लोगों ने सार्वजनिक स्थान पर प्रार्थना व नमाज पढ़ने की चेष्टा की है, उन पर केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शनकारियों को वापस भेजा
लुलु मॉल के विरोध में रविवार को करणी सेना के सदस्य गाड़ी पर बायकॉट लुलु मॉल का स्टीकर लगाकर जा रहे थे। सूचना पर एसीपी हजरतगंज अखिलेश सिंह व एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने 1090 चौराहे पर उन्हें रोककर लौटा दिया। पुलिस के मुताबिक, करणी सेना के सदस्य महानगर निवासी ध्रुव सिंह के नेतृत्व में जा रहे 12 से ज्यादा लोग तीन वाहनों से जा रहे थे। उन्हें चौराहे पर ही रोका गया और समझाकर वापस भेजा गया।
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