उत्तर प्रदेश

जोन कार्यालय से जुड़े भवन पर बनेगी नई दुकानें, 16 मीटर भूमि लेने का हुआ प्रस्ताव

Admin Delhi 1
6 Jan 2023 10:45 AM GMT
जोन कार्यालय से जुड़े भवन पर बनेगी नई दुकानें, 16 मीटर भूमि लेने का हुआ प्रस्ताव
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फैजाबाद न्यूज़: जिलाधिकारी नितीशकुमार ने नया फरमान नगर निगम के जोनल कार्यालय के भवन को लेकर जारी किया है. जिलाधिकारी कुमार भक्ति पथ पर विस्थापित दुकानदारों को 51 दुकानों का आवंटन करने के बाद पैदल भ्रमण करते हुए नगर निगम कार्यालय के गेट पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पूरे भवन का निरीक्षण गौर से किया और कहा कि यह तो जर्जर हो गया है.

उन्होंने एसडीएम सदर विशाल सिंह को निर्देशित किया कि इस भवन को ध्वस्त कराकर दुकानों का निर्माण कराए और यहीं के लोगों को आवंटित कराया जाए. जिलाधिकारी के इस मौखिक आदेश के दौरान उस भवन में दुकान करने के साथ निवास करने वाले परिवारों में मातम पसर गया कि उनके दुकान का साधन हो भी गया तो भी आवास का क्या होगा. इसका अभी तक कोई उचित समाधान अधिकारियों ने नहीं दिया है.

नयाघाट पर चार्जिंग स्टेशन के लिए अतिरिक्त भूमि लेने का भी है प्रस्ताव इसी तरह से सिया वल्लभ कुंज मंदिर के अगल-बगल भी अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की भी चर्चा से निवासियों की नींद हराम है. मालूम हो कि 20 मीटर चौड़ीकरण के प्रस्ताव के सापेक्ष पश्चिम पटरी पर 90 मीटर लंबाई में 16 मीटर भूमि का अधिग्रहण करने के बाद यहां के अधिकांश दुकानदार पूर्ण विस्थापित हो गए है. वहीं पूर्वी पटरी पर दस मीटर भूमि अधिग्रहण के बाद अवशेष भूमि पर दुकानदार सुरक्षित महसूस कर रहे थे. यहां भी आधा दर्जन दुकानदारों का दुकान व आवास एक ही है. बताते हैं कि यहां भी अब रिचार्ज स्टेशन बनाने के लिए अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव हो गया है. इससे लोगों की नींद उड़ गयी है.

मालूम हो कि भक्ति पथ का निर्माण श्रृंगार हाट से हनुमानगढ़ी-बड़ा स्थान होकर रामजन्मभूमि तक होना है. यह पथ 14 मीटर चौड़ा प्रस्तावित है. इसी लिहाज से भूमि का अधिग्रहण किए जाने के बाद मुआवजा दिया जा चुका है. इस पथ के आरंभ में पं. दीनदयाल तिराहे को चौड़ा करने की दृष्टि से पहले चरण मे ही जमीन ले ली गयी. यहां पं. दीनदयाल की प्रतिमा को उठाकर राजद्वार उद्यान में स्थापित करा दिया गया. अब नया तिराहे के रुप में अमावांराम मंदिर के सामने भी प्रस्ताव कर दिया गया है जिससे दो मीटर अतिरिक्त जमीन लिए जाने से स्थानीय निवासियों के पूर्ण विस्थापित होने का संकट मंडराने लगा है.

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