उत्तर प्रदेश

ई-श्रम पोर्टल में 17 करोड़ से अधिक श्रमिकों ने पंजीकरण कराया, यूपी में 6 करोड़ के करीब पहुंची संख्या, जानें ई-श्रमिक कार्ड के फायदे

Renuka Sahu
31 Dec 2021 3:41 AM GMT
ई-श्रम पोर्टल में 17 करोड़ से अधिक श्रमिकों ने पंजीकरण कराया, यूपी में 6 करोड़ के करीब पहुंची संख्या, जानें ई-श्रमिक कार्ड के फायदे
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फाइल फोटो 

केंद्र सरकार द्वारा 4 महीने पहले लॉन्च किए गए ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले श्रमिकों की संख्या 17 करोड़ के पार हो गई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्र सरकार द्वारा 4 महीने पहले लॉन्च किए गए ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले श्रमिकों की संख्या 17 करोड़ के पार हो गई है।अबतक पोर्टल पर 17.05 करोड़ से अधिक श्रमिकों का पंजीकरण हो चुका है। इनमें युवा श्रमिकों का प्रतिशत सबसे अधिक है। कुल पंजीकरण में से 61.27 फीसदी श्रमिक 18 से 40 आयु वर्ग के हैं। वहीं, इसमें सबसे अधिक ओबीसी 44.48 फीसद, इसके बाद सामान्य वर्ग के 25.88 फीसद श्रमिक हैं। जबकि, एसएसी 22.26 फीसद और एसटी की संख्या 7.39 फीसद है।

अगर राज्यों की बात करें तो योगी सरकार द्वारा श्रमिकों को हर महीने 500 रुपये देने की घोषणा के बाद रजिस्ट्रेशन की बाढ़ आ गई है। अब यहां ई-श्रमिक कार्ड बनवाने वालों की संख्या 5 करोड़ 72 लाख से अधिक हो गई है। दूसे नंबर पर पश्चिम बंगाल 2.33 करोड़ श्रमिकों के साथ है। बिहार तीसरे नंबर पर और चौथे पर ओडिशा है।
कौन बनवा सकत है ई-श्रमिक कार्ड
ट्यूटर, घर का नौकर - नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्ज़ी ,बढ़ई , प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, हर दुकान का नौकर / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेज़न फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), वेल्डिंग वाला, खेती वाले मज़दूर, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा के मज़दूर, पत्थर तोड़ने वाले, खदान मज़दूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ति बनाने वाले, मछुवारा, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), चाट ठेला वाला, भेल वाला, चाय वाला, होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी यानी वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है।
श्रमिकों को ये मिलते हैं लाभ
- पोर्टल से जुड़ने वाले श्रमिकों को पीएम सुरक्षा बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए तक का बीमा मिलता है।
- इसके तहत दुर्घटना से हुई मृत्यु अथवा स्थायी रूप से विकलांग होने पर दो लाख और आंशिक रूप से विकलांग होने पर एक लाख रुपए की अनुदान राशि मिलती है।
- विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुरक्षा के लाभ भी मिलते हैं। आपदा या महामारी की स्थिति में केंद्र और राज्य सरकारों से मदद मिलने में आसानी होती है।
ये दस्तावेज जरूरी
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर, जो आधार कार्डे से लिंक हो
- बैंक खाता
ऐसे करें पंजीकरण
- ई-श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट (eshram.gov.in) पर जाएं। होम पेज पर रजिस्टर ऑन ई-श्रम विकल्प पर क्लिक करें।
- नया पेज खुलने पर मांगी गई जानकारियां दर्ज करें। इसके बाद आपके आधार कार्ड से लिंक मोबाइन नंबर पर ओपीटी आएगा। इसे दर्ज करें।
- इससे पंजीकरण पेज खुल जाएगा। आवेदन फॉर्म को पूरा भरना होगा। मांगे गए जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। अंत में फॉर्म को सब्मिट कर दें।
- इसके बाद पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद 10 अंकों को ई-श्रम कार्ड जारी हो जाएगा।
- जिन श्रमिकों के पास आधार लिंक मोबाइल नंबर नहीं है, तो वह नजदीकी सीएससी पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर - पंजीकरण के लिए सरकार ने 14434 टोल फ्री नंबर भी रखा है। इस पर ज्यादा जानकारी ले सकते हैं।
26 अगस्त 2021 को हुई थी शुरुआत
ई-श्रम पोर्टल पर संगठित क्षेत्र के श्रमिकों का डेटाबेस बनाया जा रहा है, जिससे सरकार को उन्हें अलग-अलग सामाजिक सुरक्षा और दूसरे कल्याणकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाने में मदद मिलेगी। पोर्टल की शुरुआत 26 अगस्त 2021 को हुई थी।
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