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सरकारी दफ्तर | रिश्वत का खेल चरम पर है, आए दिन सरकारी कर्मचारी अधिकारी रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़े भी जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी रिश्वतखोर कर्मचारियों में इन कार्रवाहियों का कोई डर नहीं है। वहीं ताजनगरी आगरा में इसकी बानगी देखने को मिली है।
आपको बता दें कि आगरा में चिटफंड कार्यालय में तैनात बाबू बी के सिंह को दस हजार रु की रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है। बाबू मथुरा के एक विद्यालय के शिक्षक से सोसाइटी रजिस्ट्रेशन के नाम पर रुपये की डिमांड कर रहा था। शिक्षक के रिश्वत न देने की वजह से बाबू कई महीनों से उस शिक्षक की पत्रावली पर कोई कार्रवाही नहीं कर रहा था। वहीं अंत मे थक हारकर शिक्षक ने बाबू ब्रजेश कुमार सिंह की एंटी करप्शन सेल में शिकायत की और उसके बाद शिक्षक की शिकायत पर बाबू ब्रजेश कुमार सिंह को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आपको यह भी बता दें कि इस कार्यालय में बाबू ही नहीं बल्कि इस कार्यालय के बड़े अधिकारी भी इस रिश्वत के काले कारोबार मे शामिल है,इस कार्यालय के बड़े अधिकारी तक रिश्वत का यह रुपया पहुँचता है,चपरासी से लेकर बाबू और बाबू से लेकर कार्यालय के बड़े अधिकारी तक इस रुपये का बंदरबांट होता है,जिसका पूर्व में इसी कार्यालय में तैनात महिला कर्मचारी ने खुलासा किया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें महिला कर्मचारी ने बाबू से लेकर अधिकारी तक रिश्वत के रुपये पहुंचने की बात की थी, जिसमें इस वीडियो की जांच आगरा मंडलायुक्त के माध्यम से जिलास्तरीय अधिकारी द्वारा की गई और जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति कर मामला रफादफा कर दिया गया था,लेकिन आज एंटी करप्शन टीम ने बाबू ब्रजेश कुमार सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया,जिसके बाद चिटफंड कार्यालय पर सन्नाटा पसरा हुआ है।