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दो माह में मिलने लगेंगी रोजमर्रा की सस्ती दवाएं, नई एमआरपी की कुछ दवाएं मार्केट में उपलब्ध
आगरा न्यूज़: मरीजों के लिए यह अच्छी खबर है. रोजमर्रा की दवाइयां और सस्ती हो गई हैं. इनके दामों में 20 से 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. इनमें सर्दी, खांसी, जुकाम, बीपी, शुगर, थायरायड रोगों की दवाएं हैं. दो माह में करीब 200 दवाइयों के दाम गिरने वाले हैं. इंजेक्शन, सीरप, वायल, मल्टी ड्रग कांबीनेशन भी शामिल हैं. नई एमआरपी की खबर ने दवा बाजार में खलबली मचा दी है. पुराना स्टाक खत्म किया जा रहा है.
केंद्र सरकार ने 19 दिसंबर 2022 को दवाओं के संबंध में नया सर्कुलर जारी किया है. इसमें सरकार ने हर ड्रग की कीमतें निर्धारित कर दी हैं. इनमें सिंगल ड्रग और ड्रग कांबीनेशन शामिल हैं. मोटे तौर पर 10 ड्रग कांबीनेशन और 107 सिंगल ड्रग के रेट (एमआरपी) तय कर दी गई है. अन्य 10
दवाइयों को भी एक अन्य समूह में रखा गया है. सरकार ने सहूलियत के लिए एक और ड्रग समूह के प्रति नग वार दाम जारी किए हैं. यानि मिलीग्राम के हिसाब से एक टेबलेट, इंजेक्शन या वायल की कीमत निर्धारित की गई है. सभी निर्माताओं को निर्देश हैं कि दवाओं के यही एमआरपी रखे जाएं. दवा कारोबारियों के मुताबिक नई एमआरपी के हिसाब से अभी कुछ ही ड्रग ही बाजार में आए हैं. करीब 30 से 40 दवाएं बाजार में उपलब्ध हो गई हैं. सभी दवाओं के बाजार तक आने में लगभग दो माह का समय लग सकता है.
ज्यादा खरीद पर कम होते जाएंगे रेट नई एमआरपी में एक टेबलेट, पूरा पत्ता, ड्रग की अधिक मात्रा खरीदने पर भी बचत होगी. उदाहरण के लिए मान लीजिए अगर 5 एमजी की एक टेबलेट का दाम 4 रुपया है. ऐसे में 10 एमजी की टेबलेट 8 रुपये में आनी चाहिए. लेकिन नई नीति के मुताबिक यह 6 रुपये से भी कम होगी. यानि अगर पूरा पत्ता लिया जाएगा तो दाम कम होते जाएंगे. यानि ड्रग की मात्रा दोगुने होने पर भी कीमतें दो गुना नहीं लगाई जा सकेंगी. पहले ऐसी शिकायतें आती रहती थीं.
दवाएं नई एमआरपी
पैरासिटामोल 650 एमजी 1.78 रुपये
एलो प्यूरीनल 300 एमजी 5.02 रुपये
हाइड्रो क्लोरोक्वीन 400 एमजी 12.31 रुपये
कैरबेमजेपाइन 200 एमजी 2.14 रुपये
क्लोबाजाम 5 एमजी 4.94 रुपये
लेवेटारस्टाम 250 एमजी 5.57 रुपये
लोराजेपाम 01 एमजी 2.06 रुपये
लेवोफ्लोक्सिन 250 एमजी 4.25 रुपये
मोक्सी फ्लोक्सासिन 400 एमजी 22.79 रुपये
(नोट एमआरपी एक टेबलेट के लिए निर्धारित की गई है)
● एमोक्सीसाइलिन, पोटेशियम, क्लेवलनेट ओरल सस्पेंशन आईवी- 168.43 रुपये (कांबी पैक)
● कैफ्टाजीटाइम, एनीनैक्टम पावडर फार कांसन्ट्रेट फार इन्फ्यूजन- 2500.00 रुपये (वायल)
● मैक्सीफ्लोक्सासिन, हाइडोक्लोराइड, लोटेप्रेडनोल आप्थेलिमिक- 27.43 (01एमएल सस्पेंशन)
● रेबेप्राजोल, ओंडानसेट्रोन- 5.90 रुपये (टेबलेट)
सभी तरह की दवाएं, उनके कांबीनेशन, इंजेक्शन के रेट कम होने वाले हैं. कुछ दवाओं के नए प्रिंट आ गए हैं. लेकिन पुरानी दवाओं का स्टाक खत्म करना परेशानी दे रहा है. कंपनी को लौटाने में समस्या आ रही है.
महेश अग्रवाल, महामंत्री आगरा फार्मा एसोसिएशन
दिसंबर के नोटीफिकेशन के बाद अब नए प्रिंट की दवाएं आना शुरू हो गई हैं. हमें आश्चर्य है कि दूसरी बार दवाओं के दाम गिरे हैं. अभी कुछ ही दवाएं आई हैं. लोगों को इससे बड़ा फायदा होगा.
पुनीत कालरा, उपाध्यक्ष आगरा फार्मा एसोसिएशन
इस उदाहरण से समझ सकते हैं दवा पर बचत
नोटिफिकेशन में लोराजेपाम 01 एमजी की एक टेबलेट का दाम 2.06 रुपये निर्धारित किया गया है. जबकि इसी दवा की 05 एमजी की टेबलेट के दाम 2.51 रुपये निर्धारित किए गए हैं. यानि ड्रग की मात्रा के हिसाब से यह दवा 4.12 रुपये की होनी चाहिए थी. लेकिन सरकार ने दोगुने ड्रग पर भी इसके दाम सिर्फ 0.45 पैसे की बढ़ोतरी की है. कारण यह कि फार्मा कंपनियों की पैकिंग आदि में कोई फर्क नहीं आता.
स्टाक खाली कर रहे लौटा रहे पुरानी दवाएं
आल इंडिया आर्गनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ने इस संबंध में सभी कारोबारियों को सर्कुलर जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है कि दवा विक्रेता डिस्ट्रीब्यूटरों को अपना स्टाक वापस कर दें. स्टाकिस्ट पुराने एमआरपी के आधार पर इन्हें कंपनियों को वापस करेंगे. नई प्रिंट रेट आने के बाद कंपनियां जीएसटी के मुताबिक पुरानी वापसी को समायोजित करते हुए नए माल की सप्लाई कर सकती हैं