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नगर निगम की दर्जनों गाड़ियां रोज नदी किनारे टनों कूड़ा फेंक रहीं
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लखनऊ न्यूज़: करीब 16 वर्ष बाद एक बार फिर नगर निगम गोमती नदी के किनारे कचरा डंप करने लगा है. शहीद स्मारक व कारगिल शहीद पार्क के पास नदी किनारे कचरा डंप किया जा रहा है. नगर निगम की दर्जनों गाड़ियां रोजाना यहां सैकड़ों टन कचरा डाल रही है. निगम के अधिकारी नेशनल इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की उस रिपोर्ट की भी अनदेखी कर रहे जिसमें उसने गोमती नदी के किनारे कचरा डालने को बेहद खतरनाक बताया था.
कूड़े के निस्तारण के लिए मोहान रोड के शिवरी गांव में बना प्लांट फुल हो गया है. यहां कचरा डालने की जगह ही नहीं बची है. ईको ग्रीन कम्पनी 2017 से प्लांट में कचरे का पहाड़ खड़ा कर रही थी. निस्तारण न होने से अब प्लांट में जगह नहीं बची है. निगम को कूड़ा ढेर करने की जगह नहीं मिल पा रही थी, इसलिये उसने फिर से गोमती के किनारे को डंपिंग यार्ड बना लिया.
जहरीला हो सकता है भूजल, नीरी ने पहले भी बताया था खतरनाक राजधानी में भूजल जहरीला हो सकता है. नीरी ने 2006-07 में जो रिपोर्ट दी थी कि नदी किनारे कूड़े के ढेर से ग्राउंड वाटर प्रदूषित हो रहा है. नीरी की रिपोर्ट के बाद उच्च न्यायालय ने गोमती किनारे कचरा डालने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था. नीरी ने रिपोर्ट में कहा था कि बारिश में कचरे से रिसकर प्रदूषित पानी गोमती में जाता है. यह रिचार्ज होकर ग्राउण्ड वाटर में मिलता है. इससे भूजल प्रदूषित हो रहा है. जांच में भूजल प्रदूषित मिला था.