उत्तर प्रदेश

हाजिरी लगाकर हो जाते हैं गायब, पीडब्ल्यूडी आफिस में नहीं बैठते इंजीनियर

Admin Delhi 1
25 Nov 2022 8:19 AM GMT
हाजिरी लगाकर हो जाते हैं गायब, पीडब्ल्यूडी आफिस में नहीं बैठते इंजीनियर
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मेरठ न्यूज़: जनपद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा होने वाला है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारी सुधारने को तैयार नहीं है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आॅफिस टाइम होता है, लेकिन यहां पर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर और कर्मचारी गुरुवार को नदारद थे। गुरुवार का अवकाश शासन स्तर से पहले ही निरस्त कर दिया गया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारी शासन का आदेश नहीं मानते। पीडब्ल्यूडी के आॅफिस से अधिकारी और कर्मचारी गुरुवार को गायब मिले। तमाम कुर्सी खाली पड़ी थी। जब पूछा गया तो बताया गया कि इंजीनियर और कर्मचारी फील्ड में गए हैं। इंजीनियरों के फील्ड में जाने की बात तो समझ में आती है, लेकिन आॅफिस क्लर्क सीट छोड़कर कैसे फील्ड में जा सकते हैं?

यह कैसे संभव हो सकता है? एक्सईएन से लेकर जूनियर इंजीनियर तक आॅफिस में मौजूद नहीं थे। बताया गया कि इंजीनियर फील्ड में है और वहां पर पीडब्ल्यूडी के कई काम चल रहे हैं, जिसके चलते आॅफिस नहीं बैठ पा रहे हैं। यह हाल पीडब्ल्यूडी विभाग का है, जहां पर कुछ दिन पहले ही प्रमुख सचिव नरेंद्र ने दौरा किया था। अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी, लेकिन लगता है कि पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने नहीं सुधारने की कसम खा ली है, तभी तो अधिकारी गायब है। जनवाणी फोटो जर्नलिस्ट ने खाली पड़ी कुर्सियों को कैमरे में कैद कर लिया, जो तस्वीर बेहद चौंकाने वाली है। यहां पर खाली कुर्सी देखकर लगता है कि इंजीनियर और आॅफिस कर्मचारी बेलगाम है, तभी तो कुर्सियां खाली पड़ी है। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को अचानक शासन ने छुट्टी निरस्त कर दी, जिसके चलते कर्मचारी आफिस ही नहीं आये।

जब छुट्टी निरस्त कर दी गई थी तो फिर भी हिम्मत देखिए कर्मचारी आॅफिस नहीं पहुंचे। इस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों का सरकारी दफ्तरों में खुला उल्लंघन किया जा रहा है। आला अफसरों की इसमें जवाबदेही तो बनती है। क्योंकि छुट्टी निरस्त होने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी पीडब्ल्यूडी आॅफिस से नदारद थे। इसमें विभागीय स्तर पर जांच कर विभाग के चाबुक चलाने की जरूरत है, तभी सिस्टम पटरी पर लौटेगा।

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