उत्तर प्रदेश

तम्बाकू पदार्थों का सेवन सभी के लिए हानिकारक : डा. श्वेता खुराना

Ashwandewangan
31 May 2023 5:33 PM GMT
तम्बाकू पदार्थों का सेवन सभी के लिए हानिकारक : डा. श्वेता खुराना
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नोएडा। “हमें भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं” इस बार इसी थीम पर मनाया जाएगा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस। लोगों को तम्बाकू सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति आगाह और जागरूक करने के लिए हर वर्ष 31 मई को विश्व तम्बाकू दिवस मनाया जाता है। जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डा. श्वेता खुराना का कहना है- तम्बाकू की लत विश्व की सबसे बड़ी घातक महामारी है। तम्बाकू के सभी पदार्थ एवं उनका सेवन बहुत खतरनाक होता है। इसका किसी भी प्रकार से सेवन कई बीमारियों को पैदा करता है। उन्होंने कहा- तम्बाकू हर सूरत में नुकसानदायक है। यह सेवन करने वालों के स्वास्थ्य पर तो विपरीत प्रभाव डालती है बल्कि इसका उत्पादन करने वाले भी एक विशेष बीमारी “ग्रीन टोबैको सिकनेस” का शिकार हो जाते हैं। विश्व भर में मृत्यु के कारणों में से तम्बाकू से होने वाले उप रोग प्रमुख कारण हैं।

ग्रीन टोबैको सिकनेस क्या है?

तम्बाकू के पत्तों को तोड़ने वाले जब निकोटीन के संपर्क में आते है तो उनके हाथों में निकोटीन से निकलने वाले जहरीले पदार्थ लग जाते हैं। इससे उन्हें कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, इसे ग्रीन टोबैको सिकनेस (जीटीएस) कहा जाता है। इसके प्रारंभिक लक्षण चक्कर आना, उल्टी होना, उच्च रक्तचाप आदि हैं। यह बीमारी पत्ते छूने मात्र से हो जाती है।

जिस जगह तम्बाकू की खेती होती है वह जमीन हो जाती है बंजर डा. खुराना ने बताया- तम्बाकू की खेती धीरे-धीरे खाद्यान्न दाल दलहन की खेती के लिए भी खतरा पैदा कर रही है। जिस जमीन पर तम्बाकू की खेती की जाती है वह बंजर हो जाती है, क्योंकि तम्बाकू की एक फसल लेने के बाद उस जमीन पर उगी फसल को जला दिया जाता है, इससे जमीन की उर्वरक शक्ति खत्म हो जाती है और लम्बे समय तक वहां कोई और फसल नहीं होती, यहां तक कि तम्बाकू भी।

भोजन, पानी हवा और पानी हो रहा दूषित

डा. खुराना ने बताया- सिगरेट के फिल्टर में हीट रेजिस्टेंट प्लास्टिक होती है,यह प्लास्टिक जलती नहीं है। जहां भी इसे फेंका जाता है प्रदूषण ही फैलाती है। जिस पानी में डाला जाता वह पानी दूषित हो जाता है। इस पानी को बायोडिग्रेड करने में कई साल लग जाते हैं। धीरे-धीरे यह भूजल को भी दूषित कर देता है। पानी में रहने वाली मछलियों व जल जंतुओं के लिए भी हानिकारक है। सिगरेट का धुंआ हवा को दूषित कर देता है। जितना नुकसान सिगरेट पीने वाले को होता है उतना ही नुकसान पास खड़े व्यक्ति को होता है। निकोटिन केवल दस से 20 सेकेंड में दिमाग पर असर डालता है। उन्होंने बताया- तम्बाकू में सात हजार केमिकल होते हैं, इनमें 69 कैंसर के कारक हैं।

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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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