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मेरठ न्यूज़: लिसाड़ीगेट के हापुड़ रोड पर बीते बुधवार की शाम को हापुड़ अड्डे पर काम से जा रहे बाइक सवार 30 वर्षीय मोहम्मद वाजिद की चीनी मांझे की चपेट में आने से गर्दन काट गई। राहगीरों ने उसे हापुड़ रोड स्थित अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने उसकी सर्जरी कर 20 टांके लगाए है।
तीन दिन उपचार चलने के डाक्टरों ने छुट्टी कर दी है। ढबाई नगर गली नंबर चार निवासी मोहम्मद वाजिद ने बताया कि पावरलूम फैक्ट्री में काम करता है। उसके परिवार में छह भाई और एक बहन है। बीते बुधवार शाम को हापुड़ अड्डे पर बाइक पर सवार होकर जा रहा था। तभी करीम नगर के पास चीनी मांझे की चपेट में आने से उसकी गर्दन काट गई। इस दौरान राहगीरों ने उसे अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। जहां डाक्टरों ने उसकी सर्जरी कर 20 टांके लगाए है। तीन दिन अस्पताल में उपचार चलने के बाद उसकी छुट्टी कर दी है। हादसे के लेकर ढबाई नगर के लोगों दहशत फैली हुई है। लगातार चीनी मांझे की चपेट में आने से लोग घायल हो रहे हैं।
बच्चा भी आया चपेट में: लालकुर्ती थाना क्षेत्र के जीरो माइल चौराहे के पास गुरुवार की रात सड़क पार करते समय सात वर्षीय देवांश निवासी लालकुर्ती चीनी मांझे में फंस गया। मांझे से बच्चे की नाक कट गई। बच्चे को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। समय से उपचार मिलने की वजह से बच्चे को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। घटना का पता चलते ही लालकुर्ती पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। बच्चे के परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है।
सांसद ने चाइनीज मांझे का मुद्दा लोकसभा में उठाया: सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने आज लोकसभा में शून्यकाल के दौरान चाइनीज मांझा अथवा इसी प्रकार के हानिकारक मांझे के भंडारण, बिक्री व उपयोग पर प्रभावी प्रतिबंध लगाने तथा इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर दंडात्मक कार्यवाही किये जाने की मांग की। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मामले पर बोलते हुए सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि मैं चाइनीज मांझे के उपयोग से होने वाली दुर्घटनाओं की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं।
यह मांझा जानलेवा होने के साथ ही साथ जहरीले व नॉन बायोडिग्रेडेबल संगठकों से निर्मित होने के कारण पर्यावरणीय दृष्टि से भी अत्यंत हानिकारक है। कुछ प्रदेशों जैसे गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के अंतर्गत चाइनीज मांझा की बिक्री व उपयोग प्रतिबंधित किया हुआ है। इस प्रतिबंध के बावजूद मांझे से हो रही दुर्घटनाओं पर प्रभावकारी रोक नहीं लग पाई है। दुर्घटना होने पर मांझा प्रयोग करने वाले व्यक्ति को पहचानना एवं पकड़ना मुश्किल होता है तथा मांझा बेचने वाले के विरुद्ध कार्यवाही का कोई सख्त प्रावधान नहीं होने के कारण इस मांझे की बिक्री जोरों पर चल रही है।
चाइनीज मांझे से हुई घटनाएं:
4 दिसंबर शास्त्रीनगर कुटी चौराहे पर मांझे की चपेट में आने से मोंटी की गर्दन कटी।
24 मार्च, 2022 को एडवोकेट एसके दीक्षित लहूलुहान हो गए थे।
13 अक्तूबर, 2021 को रोहटा रोड जवाहरनगर के पास राजमिस्त्री निर्मल की गर्दन कटने से मौत हो गई थी।
23 सितंबर, 2021 को पल्हैड़ा फ्लाईओवर पर बीफार्मा के छात्र का गला कटा। बाइक से गिरने पर छात्र की मौत हुई।
29 सितंबर, 2020 को शाहजहांपुर में बाइक सवार की मांझे से गर्दन कटी।
22 जनवरी, 2020 को लोहियानगर निवासी सीमेंट व्यापारी की गढ़ रोड पर चीनी मांझे से गर्दन कट गई थी।