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लड़कियों से पिछड़ रहे लड़के, विशेष ध्यान देने की आवश्यकता: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार शाम एक स्कूल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 150 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को किट तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत 56 बच्चों को लैपटॉप प्रदान किया। उन्होंने फीडिंग इंडिया द्वारा संचालित एजुकेट इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत 16 बच्चों को टेबलेट भी वितरित किया। इस दौरान जनपद में आंगनवाड़ी सुदृढ़ीकरण के लिए किए गए कार्यों, 12 एमएनसीयू व 13 मिनी एनआरसी की स्थापना पर तथा शासकीय स्कूल के बच्चों के लिए पोषण कार्यक्रम अभिनव पहल-3 का प्रस्तुतिकरण किया गया।
इस अवसर पर 250 आंगनवाड़ी केंद्रों (रेटेण्ड) के कायाकल्प एवं अन्य कार्यों के लिए एमओयू व फीडिंग इंडिया इनीशिएटिड द्वारा जनपद के 5 ब्लॉक एवं नगर क्षेत्र में कुपोषण से मुक्ति हेतु इनीशिएटिव एमओयू स्थानांतरण किया गया। स्कूलों में एनीमिया एवं विटामिन की कमी के लिए अभिनव पहल फेज-3 की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में राज्यपाल ने वाराणसी में पोषण कार्यक्रम के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
इस दौरान राज्यपाल ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर पढ़ने में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दिये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में लड़के, लड़कियों से पिछड़ रहे हैं, इस पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने दुनिया में भारत को महाशक्ति के रूप में स्थापित होने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि आज दुनिया के 190 देश भारत के साथ ही योग कर रहे हैं। जी-20 देशों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी इन 20 देशों के पास है और यह दुनिया के छोटे-छोटे देशों में लगे, इसी दृष्टि एवं मंशा के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि शिशुओं को माता का दूध अनिवार्य है, किंतु आज के बदलते परिवेश में माताएं अपने बच्चों को स्तनपान नहीं करातीं। यह गलत प्रवृत्ति है। माताओं को अपने शिशु को स्तनपान कराना चाहिए।
कार्यक्रम में जिले के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने आंगनवाड़ी कायाकल्प, बच्चों का पोषण आदि कार्यक्रमों की डिजिटलि प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि वेदांता समूह द्वारा 250 आंगनवाड़ी केंद्रों का कायाकल्प कराया जा रहा है और बच्चों का पोषण पोटली उनके घरों तक पहुंच रही है। 2.5 केजी से कम वजन वाले बच स्वस्थ बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 12 एनआरसी सेंटर है, जो प्रत्येक माह में 100 बच्चों को ठीक कर रहे हैं। जो पूर्व में एक माह में केवल 10 बच्चों को ही स्वस्थ करते थे। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अभिनव पहल कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने धन्यवाद ज्ञापन कर राज्यपाल को आश्वस्त किया कि आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों एवं महिलाओं के लिए जो भी योजनाएं संचालित है, उन्हें प्राथमिकता से मूर्त रूप दिलाया जाएगा।