उत्तर प्रदेश

अवैध अस्पताल में एक और प्रसूता की मौत

Admin Delhi 1
11 Sep 2023 7:53 AM GMT
अवैध अस्पताल में एक और प्रसूता की मौत
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पुलिस की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल

बरेली: स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की घोर लापरवाही के कारण अवैध अस्पताल में बीते दस दिनों में दूसरी प्रसूता की मौत हो गई. कस्बे के एस जैड जनता अस्पताल में बीते 28 अगस्त को की मौत हो चुकी है. मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने अस्पताल पर ताला भी लगा दिया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई और पुलिस ने आंख बंद कर ली. अवैध अस्पताल का ताला खुल गया.

एसजेड अस्पताल में क्षेत्र के गांव नूर मोहम्मद गौटिया निवासी हनीफ खां अपनी पत्नी अंजाना भी को लेकर प्रसव कराने आया था. परिजनों का आरोप है कि प्रसूता ने बेटे के जन्म दिया. इसके कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई. यहीं पर गांव लालपुर निवासी नेमवती की प्रसव के बाद 28 अगस्त को मौत हो गई थी. मृतका के पति ने अस्पताल संचालक जमीर हसन, उपासना गंगवार, तंजील अहमद के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था. इसके बाद पुलिस ने अस्पताल को बंद करा दिया था. अगले दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम जांच को पहुंची थी लेकिन अस्पताल में सील लगी होने के कारण बिना कार्रवाई के ही लौट गई थी.

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की खींचतान में गई महिला की जान

28 अगस्त को झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से नेमवती की मौत हो गई थी अगले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची ताले पर लगी सील देखकर वापस लौट आयी. स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से अस्पताल खुलवा कर जांच-पड़ताल करना जरूरी नहीं समझा. उसे समय स्वास्थ्य विभाग का जवाब था कि अस्पताल सील करने का काम पुलिस ने कर दिया. सील को लेकर पुलिस का जवाब था कि हमने सील नहीं सुरक्षित किया है. इससे यह स्पष्ट होता है पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की आपसी खींचतान में अस्पताल संचालक पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई.

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