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शाहिद पर 25 हजार का इनाम घोषित, पिता नकली नोट के मामले में पहले जा चुका है तिहाड़ जेल
मेरठ: देहली गेट क्षेत्र घंटाघर से पकड़े गए दो हजार के नकली नोट चलाने वाले आरोपी के जेल जाने के बाद पुलिस उसके बहनोई शाहिद की तलाश में जुट गई है। मुख्य आरोपी मानते हुए एसएसपी ने नकली नोट के तस्कर शाहिद पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है। नकली नोटों की तस्करी में शाहिद का पूरा परिवार 20 साल पहले से जुड़ा है। पिता पहले नकली नोट के मामले में तिहाड़ जेल जा चुका है।
पुलिस की तीन टीम लगातार शाहिद की तलाश में दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन वह पुलिस को चकमा देते हुए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। शाहिद का पिता असगर कैराना में नकली नोटों की तस्करी के मामले में चर्चित रहा है। अब से 20 साल पहले असगर सब्जी वाला नकली नोट के मामले में तिहाड़ जेल गया था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही असगर की मौत हो गई, लेकिन अब बेटा शाहिद फरार चल रहा है।
देहली गेट थाना क्षेत्र में दो हजार के 10 नकली नोटों के साथ पकड़े गए आफताब निवासी अहमदनगर लिसाड़ी गेट पुलिस ने जेल भेज दिया था, लेकिन पकड़े जाने के दौरान उसने जाली करेंसी के मामले में कई राज उगलते हुए पुलिस को बताया था कि कैराना निवासी उसका बहनोई शाहिद इस नकली करेंसी को चलवाता है। शाहिद ने ही उसे दो हजार के नकली नोट बाजारों में चलाने के लिए दिए थे।
हालांकि पुलिस को आफताब के पास से 10 नोट मिल पाये थे। पुलिस ने उसके घर की बारीकी से तलाशी ली थी, लेकिन घर से कुछ नहीं मिला था। आफताब के पक ड़े जाने के बाद स्थानीय पुलिस के अलावा इंटेलिजेंस की टीम सहित अन्य गुप्तचर एजेंसी भी मेरठ में नकली नोट के पकड़े जाने के बाद सक्रिय हो गई है।
दिल्ली में शाहिद लगातार बदल रहा ठिकाने
आफताब के पकड़े जाने और उसके बाद कैराना के शाहिद का नाम सामने आने पर पुलिस ने नजर उस पर गढ़ा दी हैं। शाहिद अपने साले आफताब के बाद कैराना से फरार होकर दिल्ली में चला गया था। शाहिद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगातार उसके पीछे लगी है। वहीं, जानकारी मिली है कि वह लगातार दिल्ली में अपने ठिकाने बदल रहा है। पुलिस सहित गुप्तचर एजेंसी को भी उसकी तलाश है। सर्विलांस टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी है।
जाली करेंसी का कैराना कनेक्शन
लिसाड़ी गेट के आफताब के पास से मिले दो हजार रुपये के नकली नोट मिलने के बाद पुलिस पूछताछ में बहनोई शाहिद का नाम सामने आने पर पुलिस सहित तमाम गुप्तचर एजेंसी सक्रिय हो गई हैं। चूंकि कैराना निवासी शाहिद का पिता असगर सब्जी वाला भी पहले नकली नोटों की तस्करी में तिहाड़ जेल जा चुका है। नकली नोटों का कैराना से कनेक्शन मिलने के बाद संभावना जताई जा रही है कि कही शाहिद के तार पाकिस्तान से न जुड़े हो। पुलिस टीम सहित इंटेलिजेंस इस पर गोपनीय तरीके से जांच कर रही है, लेकिन शाहिद की गिरफ्तारी के बाद ही सच्चाई सामने आ पायेगी। उसका कनेक्शन कही विदेश से तो नहीं है।
गंगानगर में दो साल पहले पकड़ी गई थी नकली नोटों की खेप
करीब दो साल पहले गंगानगर में दो युवतियों सहित पांच लोग नकली नोटों के साथ पकड़े गए थे। जिसमें रोबिन, सिकंदर, प्रशांत, विनोद नाम के व्यक्तियों का नाम सामने आया था। जिसमें मुख्य आरोपी केरल निवासी प्रशांत का नाम सामने आया था। वह पुलिस की पकड़ में नहीं आया था। उस समय एक युवती दुकान पर दो हजार का नोट चलाते वक्त पकड़ी गई थी। जिसके बाद उसने अपने कई साथियों के नाम बताये थे।