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किराए पर रहने को मजबूर हैं पुलिसवाले, महिला पुलिसकर्मी भी दूर रहने को मजबूर
इलाहाबाद न्यूज़: थानों पर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ी लेकिन आवास नहीं बने. ऐसे में सभी ऐसे में पुलिसकर्मी थाने से दूर किराए पर रहने को मजबूर हैं. थाने से दूर रहने के कारण उनके साथ आपराधिक घटनाएं भी हो रही हैं. इमरजेंसी में पुलिसकर्मियों को थाने बुलाने में भी मुश्किल हो रही है.
जिले के थानों पर पिछले 4-5 साल में पुलिस कर्मियों संख्या 20-25 से 100 के पार हो गई है. पुलिसकर्मियों की संख्या के हिसाब से आवास नहीं बढ़े. ग्रामीण इलाके में पुलिसकर्मी थाने से दूर गांव में किराए पर रहे रहे हैं. नगर कोतवाली के करीब तीन दर्जन पुलिसकर्मी किराए पर रह रहे हैं.
महिला पुलिसकर्मी भी दूर रहने को मजबूर जिले के थानों पर तैनात महिला आरक्षी भी किराए पर रह रही हैं. वे थाने के करीब गांव में किराए पर रह रही हैं. पिछले दिनों पट्टी, कंधई, कुंडा में महिला आरक्षियों के साथ भी अभद्रता की घटनाएं हुई थीं. ं
2017 के बाद थानों पर स्टाफ बढ़ने के कारण आवास की समस्या हो रही है. हर थाने में आवास बनाने की प्रक्रिया चल रही है. कुछ में निर्माण शुरू भी हो गया है. एक साल में सभी थानों पर आवास की समस्या का समाधान हो जाएगा.
-सतपाल अंतिल, एसपी
सिपाही, दरोगा पर भी हमलावर हो जाते हैं लोग
थाने से दूर किराए पर रहने वाले सिपाही, दरोगा पर भी लोग अक्सर हमलावर हो जाते हैं. पिछले दिनों भंगवा चुंगी के पास किराए के कमरे पर सिपाही व दरोगा की पिटाई की गई थी. एक दिन पहले कोहंडौर में किराए के कमरे के पास दो गुटों की मारपीट का वीडियो बनाने पर सिपाही का मोबाइल तोड़ दिया गया. थाने से दूर किराए के कमरे में रहने के कारण ही अंतू के सिपाही ने बाहरी महिला को बुलाया और निलंबित होने के साथ विभाग की किरकिरी भी करा दिया.